रांचीः पिछले एक सप्ताह से रांची पुलिस अपनी पूरी ताकत राजधानी को जाम मुक्त करने में लगाई हुई है. ट्रैफिक पुलिस के अलावा शहर के सभी थानेदार अपने अपने क्षेत्रों में अभियान चला रहे हैं लेकिन इसका असर राजधानी में कहीं देखने को नहीं मिल रहा है. जब तक अभियान चलता है सड़क पर सब कुछ ठीक रहता है अभियान बंद होते ही स्थिति फिर से पहले जैसी हो जाती है. जबकि मात्र दो दिनों में ट्रैफिक पुलिस ने सिर्फ सड़क पर पार्किंग को लेकर ही ढाई लाख का चालान काटा है.
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एक सप्ताह का अभियान हुआ बेकारः रांची पुलिस पिछले एक सप्ताह से शहर को जाम मुक्त करवाने के लिए अभियान पर है. इस अभियान में सिटी एसपी से लेकर सभी डीसीपी और तमाम थानेदार भी शामिल हो रहे हैं. अभियान की वजह से थोड़ी देर के लिए सड़क से जाम हट भी जाता है लेकिन ठीक आधे घंटे के बाद जब पुलिस वाले वापस लौट जाते हैं तो आप सड़क पर निकलिए आपको फिर से सड़क जाम नजर आएगा. स्थिति यह है कि अगर आपको किसी आवश्यक काम से रांची के मेन रोड रोड, कांटाटोली, किशोरगंज या रातू रोड से होकर गुजरना हो तो आप समय पर अपने गंतव्य स्थान तक नहीं पहुंच पाएंगे.
सबसे ज्यादा दुकानदार कर रहे परेशानः राजधानी की ट्रैफिक पुलिस सबसे ज्यादा सड़क किनारे दुकान लगाने वालों से परेशान हैं. दुकान में पूरी तरह से जगह नहीं हो पाने की वजह से अधिकांश दुकानदार सामान सड़क पर ही लगा देते हैं, जिसकी वजह से सड़क का अतिक्रमण हो जाता है और नतीजा रोड पर जाम लग जाता है. दूसरी तरफ जहां-तहां वाहन पार्क करने वाले लोगों से पुलिस सबसे ज्यादा परेशान हो रही है. पिछले एक सप्ताह के दौरान आधा दर्जन से अधिक बार दुकानदारों को समझाया गया है लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला.
दो दिन में ढाई लाख का चालान, फिर भी नहीं सुधरे लोगः अवैध पार्किंग करने वालों के खिलाफ पुलिस ने सख्ती भी बरती है. मात्र दो दिन की कार्रवाई में ढाई लाख रुपए के चालान काटे जा चुके हैं. लेकिन ऐसा लगता है कि लोग भी चालान देने की आदत डाल चुके हैं. अब पुलिस को ऐसे लोगों से निपटने के लिए कोई दूसरा तरीका ढूंढ़ना ही होगा.
जूनियर अफसर सजग नहींः यह सभी जानते हैं कि पुलिस अगर सजग रहे तो कोई भी दुकानदार सड़क पर अपने सामान को रख अतिक्रमण नहीं कर सकता, अवैध रूप से पार्किंग करने वाले भी अपने वाहनों को सड़क पर पार्क नहीं करेंगे. लेकिन यह अभियान तभी चलता है जब वरीय पुलिस अधिकारियों का आदेश जारी होता है पर पुलिस अधिकारियों की नजर हटते ही अभियान बंद हो जाता है. उसके बाद तो पीसीआर और माइक के सामने भी सड़क पर दुकानदार अतिक्रमण करते दिख जाएंगे लेकिन क्या मजाल की कोई उन्हें रोक दे, क्योंकि पेट्रोलिंग वाले केवल अपने अधिकारियों को दिखाने के लिए अभियान चलाते हैं. जूनियर अफसर सिर्फ अभियान के समय ही एक्टिव रहते हैं.
क्या कहते हैं वरीय अधिकारीः रांची रेंज के डीआईजी के अनुसार, पहली बात तो यह है कि शहर को जाम मुक्त करवाने के लिए आम लोगों को भी जागरूक होना होगा. पुलिस लगातार प्रयास कर रही है कि आगामी पर्व त्यौहार के दौरान आज लोगों को किसी भी तरह से ट्रैफिक को लेकर दिक्कतों का सामना न करना पड़े, यही वजह है कि शहर में लगातार अभियान चलाया जा रहा है. आम लोगों से अपील है कि वैसी हरकतें ना करें जिससे दूसरे लोग बेवजह जाम में फंसकर परेशान हो जाएं. वहीं जूनियर पुलिस अफसरों को भी यह निर्देश दिया गया है कि वे इस बात का ध्यान रखें कि सड़कों का दोबारा अतिक्रमण ना होने पाए. वहीं रांची नगर निगम की टीम से कहा गया है कि अब दुकानदारों पर भी जुर्माना लगाकर कार्रवाई करें.
रांची डीआईजी ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए निगम को भी आगे बढ़ कर काम करना होगा. ट्रैफिक पुलिस और निगम के कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वह हर दिन माइक के जरिए पूरे शहर में अनाउंस करें कि कोई भी अपनी दुकान के सामने सड़क का अतिक्रमण न करें. यह काम नियमित रूप से होगा इसके बावजूद अगर लोग सचेत नहीं होते हैं तो फिर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी.
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