रांची: जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन के आवास के पास हुए गैंगवार के बाद राजधानी सहित राज्य के दूसरे शहरों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्य सचिव और डीजीपी की अगुवाई में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में राज्य पुलिस के तमाम बड़े अधिकारी शामिल थे. वहीं जिलों के सभी पुलिस अधीक्षक और डीसी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग में जुड़े थे.
ये भी पढ़ें- Ranchi Gang War Effect: मोरहाबादी मैदान में धारा 144 लागू, सभी दुकानों को हटाने का भी आदेश
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और डीजीपी नीरज सिन्हा ने शनिवार को सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ विधि व्यवस्था की समीक्षा की और जिलों को हाई अलर्ट पर रखने का निर्देश दिया गया है ताकि आपराधिक वारदातों पर रोक लग सके. मीटिंग में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए तकनीक के इस्तेमाल पर खास जोर दिया गया. मीटिंग के दौरान राजधानी की पुलिस को निर्देश दिया गया कि भविष्य में मोरहाबादी मैदान में हुए गैंगवार जैसी वारदात न हो इसके लिये पेट्रोलिंग बढ़ाया जाए, चेक नाका लगाने के अलावा खुफिया तंत्र को सक्रिय किया जाए.
लापरवाही नहीं की जाएगी बर्दाश्त: वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान हुए बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह सभी जिलों के एसपी और डीसी को यह हिदायत दी कि वे अपने काम के प्रति जिम्मेवार बने और चौकन्ना रहे. उन्होंने साफ साफ कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मुख्य सचिव के ने कहा कि सभी जिलों के असामाजिक तत्वों की पहचान करके ऐसे लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जाए. भीड़-भाड़ वाले इलाकों, बाजार-बैंक-अस्पतालों के आसपास, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों आदि के करीब और इन्हें जोड़ने वाली सड़कों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये जाएं. शाम ढलते ही जिन स्थानों पर सन्नाटा पसरने लगता है. वहां, भी पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए. पुलिस-प्रशासन की सक्रियता इस प्रकार रखनी है कि इससे अपराधियों में खौंफ बढ़े और आम लोगों में सुरक्षा का भाव आये.
ये भी पढ़ें- जान दे देंगे पर नहीं हटाएंगे दुकान, मोरहाबादी के दुकानदारों का ऐलान
सीमाओं पर भी सुरक्षा बढ़ायें: बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि राज्य और जिलों की सीमाओं पर बेहतर समन्वय के साथ सुरक्षा कड़ी की जाएगी. बैठक के दौरान अंतरराज्जीय और अंतर जिला आवागमन पर भी निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया गया. यह भी हिदायत दी गई कि वाहनों के नंबरों की जांच भी करते ही रहना है. अपराधी वाहनों का नंबर बदल कर वारदात को अंजाम देते हैं. चेकिंग के दौरान इसपर भी ध्यान देना है. पड़ोसी राज्यों की पुलिस से बेहतर समन्वय स्थापित करते हुये अपराधियों पर पूरी तरह नकेल कसने की बात कही गई.
जेलों पर रखें खास नजर: सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के दौरान जेलों पर भी खास नजर रखने की हिदायत दी गई है. जेलों में बंद अपराधियों पर निगरानी बढ़ाई जाएगी.
रांची में सीसीटीवी कैमरों की बढ़ेगी संख्या: राजधानी रांची में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी. यहां जिन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लग पाये हैं. वहां जल्द से जल्द सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. रांची में कंट्रोल रूम को सुढृढ़ किया जाएगा. आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल और पुलिस कर्मियों के प्रशिक्षण पर जोर दिया गया. इसके अलावा जिलों के सभी प्रमुख स्थानों पर भी सीसीटीवी लगाने का निर्देश दिया गया.