रांचीः म्यूटेशन को लेकर आ रही परेशानी को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बड़ी पहल की है. गुरुवार को सू मोटो म्यूटेशन (suo moto mutation in Jharkhand) का उद्घाटन किया. अब जमीन की रजिस्ट्री होते ही म्यूटेशन की प्रक्रिया स्वत: शुरू हो जाएगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन से इसकी शुरुआत की. उद्घाटन कार्यक्रम में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, सीएम के सचिव विनय कुमार चौबे के साथ साथ भूमि सुधार एवं निबंधन विभाग के आलाधिकारी उपस्थित थे. इसके साथ ही राज्य के सभी डीसी ऑनलाइन जुड़े थे.
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सू मोटो म्यूटेशन के जरिए खरीदार को म्यूटेशन के लिए अलग से आवेदन देने की जरूरत नहीं होगी. रजिस्ट्री होते ही म्यूटेशन के लिए आवेदन स्वत: जेनरेट हो जाएगा. झारभूमि पोर्टल के माध्यम से आवेदन सीधे संबंधित सीओ के पास जाएगा और सीओ प्रक्रिया का पालन करते हुए निर्धारित समय सीमा में म्यूटेशन करेंगे. यह प्रक्रिया भी पहले की तरह ही होगी और 35 दिनों के भीतर प्रक्रिया पूरी करनी है. एनजीडीआरएस पोर्टल से जमीन की रजिस्ट्री के बाद डीड रियल टाइम बेसिस पर म्यूटेशन के लिए झारभूमि पोर्टल से सीओ के पास जाएगा. एनजीडीआरएस पोर्टल पर डीड अपलोड होने के बाद खरीदार को म्यूटेशन केस नंबर मिल जाएगा.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सू मोटो म्यूटेशन की शुरुआत करते हुए कहा कि इससे प्रक्रिया सरल हो जायेगी. वहीं, बिचौलिया से भी लोगों को मुक्ति मिल जायेगा. उन्होंने कहा कि प्रोपर्टी की रजिस्ट्री के बाद उसके म्यूटेशन में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था. इससे लोग बिचौलिया का सहारा लेते थे. अब इस प्रक्रिया की शुरुआत होते ही रजिस्ट्री के तुरंत बाद मैसेज चला जायेगा, जिसके जरिए लाभुक अपने आवेदन का ट्रैक कर अपडेट स्थिति जान सकेंगे. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इसका व्यापक प्रचार प्रसार ग्रामीण स्तर पर करें, ताकि लोग म्यूटेशन को लेकर जागरूक हो सके. लाभुक पूर्णिमा कुमारी ने इसकी सराहना करते हुए कहा कि म्यूटेशन को लेकर नई प्रक्रिया शुरू की गई. इस प्रक्रिया में परेशानी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि आज हमने जमीन की रजिस्ट्री कराई है और तुरंत मैसेज भी आ गया है.