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101 करोड़ का मिड डे मील घोटाला: ईडी ने दायर किया चार्जशीट, स्टेट बैंक से फर्जीवाड़ा कर निकली गई थी रकम

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Published : Jan 20, 2022, 10:18 PM IST

101 करोड़ के मिड डे मील घोटाला मामले में ईडी की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल की गई है. इस मामले में एसबीआई हटिया शाखा से मिड डे मील के 101 करोड़ रुपये भानु कंस्ट्रक्शन के आधा दर्जन खातों में फर्जीवाड़ा कर ट्रांसफर किए गए थे.

ED Special Court
ED Special Court

रांची: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के हटिया शाखा से सरकार के मिड डे मील खाते से एक अरब, एक लाख 41 हजार 16 रुपये फर्जी तरीके से दूसरे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करने के मामले में ईडी ने भानु कंस्ट्रक्शन के मैनेजिंग पार्टनर संजय कुमार तिवारी और सहयोगी सुरेश कुमार के खिलाफ गुरुवार को ईडी की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल की है.

ये भी पढ़ें- बैंक मैनेजर ने 103 करोड़ का किया गबन, सीबीआई ने किया गिरफ्तार

बैंक अधिकारी की मिलीभगत से 101 करोड़ का मिड डे मील घोटाला: एसबीआई हटिया शाखा से मिड डे मील के 101 करोड़ रुपये भानु कंस्ट्रक्शन के आधा दर्जन खातों में फर्जीवाड़ा कर ट्रांसफर किए गए थे. 20 नवंबर 2017 को मामला उजाकर होने के बाद 76.29 करोड़ फ्रीज करा दिया गया था. जबकि 23.72 करोड़ रुपये फंस गए थे. सीबीआई ने इस मामले में दिसंबर महीने में भानु कंस्ट्रक्शन के संजय कुमार तिवारी, सुरेश कुमार, मेसर्स भानु कंस्ट्रक्शन कंपनी व तात्कालीन उप प्रबंधन अजय उरांव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. सीबीआई जांच के आधार पर ईडी ने सभी के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी.

शिक्षा विभाग के थे रुपये: दरअसल, मिड डे मील के लिए एसबीआई हटिया शाखा में पांच अगस्त 2017 को रखे गए शिक्षा विभाग के लगभग 101 करोड़ रुपये बिल्डर भानु कंस्ट्रक्शन के पार्टनर संजय तिवारी के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया था, जिसमें मैनेजर अजय उरांव का हाथ था. मिड-डे मील की यह रकम भानु कंस्ट्रक्शन के एक्सिस बैंक लिमिटेड, एचडीएफसी, एसआरई इक्विपमेंट फाइनेंस लिमिटेड, चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी लिमिटेड के खातों में ट्रांसफर किये गये थे. जिसके बाद बिल्डर 50 करोड़ रुपए निकालकर फरार हो गया था. मामला प्रकाश में आने पर एसबीआई ने खुद पैसे भरे. मैनेजर को सस्पेंड कर दिया गया था. जिससे बैंक को नुकसान हुआ और भानु कंस्ट्रक्शन को फायदा पहुंचा है. मामले में सीबीआई ने 7 दिसंबर 2017 को प्राथमिकी दर्ज की थी.

ये भी पढ़ें- मिड डे मील घोटाला : आरोपी संजय तिवारी फरार, सीबीआई कर रही तलाश


23 नवम्बर को गिरफ्तार हुए था संजय तिवारी: संजय कुमार तिवारी को ईडी ने पिछले वर्ष 23 नवंबर को रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था. वर्तमान में वह न्यायिक हिरासत में है. पिछले साल नवंबर महीने में संजय तिवारी के दर्जनों ठिकानों पर ईडी ने रेड की थी. ईडी जांच में यह सामने आया था कि आरोपियों ने बैंक से फर्जीवाड़ा कर निकाली गई राशि को अपने व्यक्तिगत कार्यों में लगाया. 53 गाड़ियां खरीदी, ऋण अदा की, फिक्स डिपोजिट की और नकदी की निकासी भी की. जिसके बाद ईडी ने मनी लाउंड्रिंग में कार्रवाई करते हुए आरोपियों के 56 बैंक खाते को फ्रीज करवाया, जिसमें कुल तीन करोड़, 31 लाख, 10 हजार 547 रुपये हैं. इसके अलावा ईडी ने पांच गाड़ियों को जब्त किया है.

रांची: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के हटिया शाखा से सरकार के मिड डे मील खाते से एक अरब, एक लाख 41 हजार 16 रुपये फर्जी तरीके से दूसरे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करने के मामले में ईडी ने भानु कंस्ट्रक्शन के मैनेजिंग पार्टनर संजय कुमार तिवारी और सहयोगी सुरेश कुमार के खिलाफ गुरुवार को ईडी की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल की है.

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बैंक अधिकारी की मिलीभगत से 101 करोड़ का मिड डे मील घोटाला: एसबीआई हटिया शाखा से मिड डे मील के 101 करोड़ रुपये भानु कंस्ट्रक्शन के आधा दर्जन खातों में फर्जीवाड़ा कर ट्रांसफर किए गए थे. 20 नवंबर 2017 को मामला उजाकर होने के बाद 76.29 करोड़ फ्रीज करा दिया गया था. जबकि 23.72 करोड़ रुपये फंस गए थे. सीबीआई ने इस मामले में दिसंबर महीने में भानु कंस्ट्रक्शन के संजय कुमार तिवारी, सुरेश कुमार, मेसर्स भानु कंस्ट्रक्शन कंपनी व तात्कालीन उप प्रबंधन अजय उरांव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. सीबीआई जांच के आधार पर ईडी ने सभी के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी.

शिक्षा विभाग के थे रुपये: दरअसल, मिड डे मील के लिए एसबीआई हटिया शाखा में पांच अगस्त 2017 को रखे गए शिक्षा विभाग के लगभग 101 करोड़ रुपये बिल्डर भानु कंस्ट्रक्शन के पार्टनर संजय तिवारी के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया था, जिसमें मैनेजर अजय उरांव का हाथ था. मिड-डे मील की यह रकम भानु कंस्ट्रक्शन के एक्सिस बैंक लिमिटेड, एचडीएफसी, एसआरई इक्विपमेंट फाइनेंस लिमिटेड, चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी लिमिटेड के खातों में ट्रांसफर किये गये थे. जिसके बाद बिल्डर 50 करोड़ रुपए निकालकर फरार हो गया था. मामला प्रकाश में आने पर एसबीआई ने खुद पैसे भरे. मैनेजर को सस्पेंड कर दिया गया था. जिससे बैंक को नुकसान हुआ और भानु कंस्ट्रक्शन को फायदा पहुंचा है. मामले में सीबीआई ने 7 दिसंबर 2017 को प्राथमिकी दर्ज की थी.

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23 नवम्बर को गिरफ्तार हुए था संजय तिवारी: संजय कुमार तिवारी को ईडी ने पिछले वर्ष 23 नवंबर को रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था. वर्तमान में वह न्यायिक हिरासत में है. पिछले साल नवंबर महीने में संजय तिवारी के दर्जनों ठिकानों पर ईडी ने रेड की थी. ईडी जांच में यह सामने आया था कि आरोपियों ने बैंक से फर्जीवाड़ा कर निकाली गई राशि को अपने व्यक्तिगत कार्यों में लगाया. 53 गाड़ियां खरीदी, ऋण अदा की, फिक्स डिपोजिट की और नकदी की निकासी भी की. जिसके बाद ईडी ने मनी लाउंड्रिंग में कार्रवाई करते हुए आरोपियों के 56 बैंक खाते को फ्रीज करवाया, जिसमें कुल तीन करोड़, 31 लाख, 10 हजार 547 रुपये हैं. इसके अलावा ईडी ने पांच गाड़ियों को जब्त किया है.

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