रांची: झारखंड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने आयोग के अधिकारियों के साथ हरमू स्थित गौशाला का निरीक्षण किया. इस दौरान गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष गौशाला की समस्याओं से रूबरू हुए. रांची गौशाला न्यास से जुड़े लोगों ने अध्यक्ष को बताया कि रांची नगर निगम से पास होने के बावजूद अभी तक गायें जहां रखी जाती हैं, वहां का शेड बदला नहीं गया है.
इस बारे में अध्यक्ष ने कहा कि रांची नगर निगम से हरमू गौशाला के सड़ चुके शेड को बदलने की योजना स्वीकृत होने के बावजूद अभी तक शेड बदला नहीं गया है. जल्द ही वह रांची नगर निगम के अधिकारियों से बात करेंगे कि आखिर योजना स्वीकृत होने के बाद भी सड़ चुके शेड को बदला क्यों नहीं गया.
रांची गौशाला के निरीक्षण के बाद राजीव रंजन प्रसाद ने गौशाला संचालकों के साथ बैठक की और उनकी समस्याएं जानी. इस दौरान गौशाला संचालकों ने अनुदान की राशि निर्गत करने की प्रक्रिया को सरल बनाने की भी मांग की है.
गोचर की खाली पड़ी जमीन पर गौ अभ्यारण्य: झारखंड राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि झारखंड में काफी जमीन गोचर भूमि है. सभी डीसी से ऐसे जमीन की पूरी जानकारी मांगी गई है. उन्होंने कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में गौ तस्करी से बचाए गए गौ वंशीय पशुओं को अभी गौशाला में रखा जाता है. आयोग की योजना राज्य में गोचर की खाली पड़ी जमीन पर ओपन गौ अभ्यारण्य बनाने की है. जहां तस्करी से बचाई गयी गायें प्राकृतिक वातावरण में वास कर सकेगी.
गौशाला को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा-गौ सेवा आयोग: राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि गौ तस्करी से छुड़ाए गए या उम्र के अंतिम पड़ाव वाले पशु बोझ ना बनें इसके लिए गौ उत्पाद से उत्पाद बनाने के लिए गौशालाओं को बढ़ावा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अन्य गौशालाओं का भी आनेवाले दिनों में निरीक्षण किया जाएगा.