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आशियाना के नाम पर करोड़ों की ठगी, संजीवनी बिल्डकॉन के खिलाफ एक और एफआईआर

रांची में आशियाना देने के नाम पर लोगों के साथ फ्रॉड करने वाले संजीवनी बिल्डकॉन के खिलाफ सीबीआई ने एक और एफआईआर दर्ज (CBI FIR against Sanjeevani Buildcon) किया है. घर देने के नाम पर ठगी मामले की सीबीआई जांच में यह नया एफआईआर 2017 के कांड को टेकओवर करते हुए दर्ज किया गया है.

House fraud case in ranchi
House fraud case in ranchi
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Published : Oct 1, 2022, 1:41 PM IST

रांची: झारखंड में घर के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले संजीवनी बिल्डकॉन के खिलाफ सीबीआई ने एक नया एफआईआर दर्ज (CBI FIR against Sanjeevani Buildcon) किया है. रांची की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने लोअर बाजार थाना में 2017 में दर्ज कांड को टेकओवर करते हुए यह एफआईआर दर्ज की है.


यह भी पढ़ें: झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस अपरेश कुमार सिंह का त्रिपुरा ट्रांसफर


फर्जी कागजात के आधार पर 26.88 लाख की जमीन बेचीः 2017 में हुए इस प्राथमिकी में रांची के धुर्वा इलाके के रहने वाले दिनेश कुमार ने संजीवनी बिल्डकॉन और निदेशकों पर प्राथमिकी दर्ज करवाई (House fraud case in ranchi) थी. प्राथमिकी में संजीवनी बिल्डकॉन के निदेशक अनामिका नंदी, सुजीत गोस्वामी, प्रबंधक श्याम किशोर गुप्ता और मार्केटिंग मैनेजर श्वेता रानी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी. इस मामले में संजीवनी बिल्डकॉन के अधिकारियों पर फर्जी कागजात के आधार पर दो 26.88 लाख की जमीन बेचने का मामला दर्ज हुआ था. दिनेश कुमार का आरोप था कि एक साजिश के तहत संजीवनी बिल्डकॉन ने फर्जी कागजात के आधार पर किसी तीसरे व्यक्ति की जमीन को उनके नाम से बेच दिया था.


2012 से अंडरग्राउंड है जयंत दयाल नंदी: रांची में कई हाउसिंग प्रोजेक्ट के जरिए करोड़ों की ठगी करने वाले जयंत दयाल नंदी साल 2012 से ही अंडरग्राउंड है. संजीवनी बिल्डकॉन के संचालक जयंत नंदी, उसकी पत्नी अनामिका नंदी, अनीता नंदी, निदेशक श्याम किशोर गुप्ता समेत अन्य के खिलाफ सीबीआई ने 32 एफआईआर दर्ज की थी. सीबीआई की चार्जशीट के आधार पर ईडी ने अलग से मनी लाउंड्रिंग के धाराओं के तहत मामला दर्ज (cbi prove against House fraud case) किया था. केस में सारे आरोपी जेल गए, लेकिन जयंत दयाल नंदी के बारे में एजेंसियों को अब तक कोई पुख्ता सुराग नहीं मिला है.

रांची: झारखंड में घर के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले संजीवनी बिल्डकॉन के खिलाफ सीबीआई ने एक नया एफआईआर दर्ज (CBI FIR against Sanjeevani Buildcon) किया है. रांची की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने लोअर बाजार थाना में 2017 में दर्ज कांड को टेकओवर करते हुए यह एफआईआर दर्ज की है.


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फर्जी कागजात के आधार पर 26.88 लाख की जमीन बेचीः 2017 में हुए इस प्राथमिकी में रांची के धुर्वा इलाके के रहने वाले दिनेश कुमार ने संजीवनी बिल्डकॉन और निदेशकों पर प्राथमिकी दर्ज करवाई (House fraud case in ranchi) थी. प्राथमिकी में संजीवनी बिल्डकॉन के निदेशक अनामिका नंदी, सुजीत गोस्वामी, प्रबंधक श्याम किशोर गुप्ता और मार्केटिंग मैनेजर श्वेता रानी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी. इस मामले में संजीवनी बिल्डकॉन के अधिकारियों पर फर्जी कागजात के आधार पर दो 26.88 लाख की जमीन बेचने का मामला दर्ज हुआ था. दिनेश कुमार का आरोप था कि एक साजिश के तहत संजीवनी बिल्डकॉन ने फर्जी कागजात के आधार पर किसी तीसरे व्यक्ति की जमीन को उनके नाम से बेच दिया था.


2012 से अंडरग्राउंड है जयंत दयाल नंदी: रांची में कई हाउसिंग प्रोजेक्ट के जरिए करोड़ों की ठगी करने वाले जयंत दयाल नंदी साल 2012 से ही अंडरग्राउंड है. संजीवनी बिल्डकॉन के संचालक जयंत नंदी, उसकी पत्नी अनामिका नंदी, अनीता नंदी, निदेशक श्याम किशोर गुप्ता समेत अन्य के खिलाफ सीबीआई ने 32 एफआईआर दर्ज की थी. सीबीआई की चार्जशीट के आधार पर ईडी ने अलग से मनी लाउंड्रिंग के धाराओं के तहत मामला दर्ज (cbi prove against House fraud case) किया था. केस में सारे आरोपी जेल गए, लेकिन जयंत दयाल नंदी के बारे में एजेंसियों को अब तक कोई पुख्ता सुराग नहीं मिला है.

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