रांची: झारखंड का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल कहा जाने वाला रिम्स आए दिन अपनी लापरवाही के लिए चर्चा में रहता है. शुक्रवार से रिम्स के मेडिसिन आईसीयू में रिपेयरिंग का काम हो रहा है. इस दौरान मरीजों को कहीं और शिफ्ट नहीं किया गया है. जिससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
रिम्स के मेडिसिन आईसीयू में गंभीर मरीज भर्ती होते हैं. ऐसे में उन्हें इनफेक्शन ना हो इसलिए उनके आसपास साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना पड़ता है. लेकिन रिम्स प्रबंधन वार्ड में भर्ती मरीजों की परेशानी को भूलकर रिपेयरिंग का काम वार्ड में करवा रहे हैं. वो भी उस वक्त जब गंभीर मरीज जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं.
रिपेयरिंग के काम के दौरान उड़ रहे डस्ट और धूल से भी मरीज परेशान हो रहे हैं इससे उनका इनफेक्शन बढ़ सकता है और वे और ज्यादा बीमार हो सकते हैं. इसके बावजूद भी रिम्स प्रबंधन गंभीर नहीं है. आईसीयू वार्ड में भर्ती मरीज के परिजन अपनी परेशानी बताते हुए कहते हैं कि रिपेयरिंग के काम की वजह से डॉक्टर भी नहीं पहुंच रहे हैं.
इस मामले में रिम्स के अधीक्षक डॉक्टर हीरेन बिरुवा ने कहा कि वार्ड में रिपेयरिंग किस वजह से हो रही है, इसकी जानकारी ली जा रही है. उन्होंने कहा कि अगर किसी भी मरीज को इससे दिक्कत हो रही है तो वह प्रबंधन से शिकायत कर सकते हैं, ताकि उन्हें दूसरा वार्ड मुहैया कराया जाए. मरीज और उनके परिजनों की तरफ से यह सवाल उठाया जा रहा है कि जब आईसीयू जैसे संवेदनशील स्थानों में मरीज के परेशानी का ख्याल नहीं रखा जा रहा है, तो साधारण वार्ड में मरीजों की क्या स्थिति होगी.