रांची: नौकरी की मांग को लेकर भले ही बेरोजगार युवक सड़क पर आंदोलन कर रहे हों, लेकिन रोजगार मेला से नौकरी की चाह रखने वाले युवा नदारद रहे. रांची स्थित अवर प्रादेशिक नियोजनालय में शनिवार को रिक्तियों से कम अभ्यर्थी नौकरी मांगने पहुंचे.
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इन कंपनियों के लिए दी जा रही थी नौकरी
सुजुकी कंपनी के प्रतिनिधि गुरजात से झारखंड नौकरी के लिए युवाओं के चयन के लिए आए थे. इस कंपनी में 150 वैकेंसी थी. हरिद्वार से हीरो मोटर कॉर्पोरेशन की टीम रांची आई थी. हीरो मोटर को 300 लोगों की जरूरत थी. लेकिन युवाओं में इस तरह की नौकरी में रूचि नहीं दिखी. इन पदों के लिए रोजगार मेला में मात्र 58 अभ्यर्थी शामिल हुए. जिसमें से मात्र 12 अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से चयनित किया गया. वहीं, 46 अभ्यर्थियों को शौर्टलिस्ट किया गया. इस तरह से देखें तो अधिकांश सीटें खाली रह गई और अभ्यर्थी का इंतजार नियोजनालय के अधिकारी और कंपनी के द्वारा की जाती रही.
रोजगार वर्ष में रोजगार मेला
रांची नियोजनालय के अधिकारियों की मानें तो योग्यता के अनुरूप अभ्यर्थियों की कमी देखी जा रही है. जिसके कारण रिक्त पदों के अनुरुप नियुक्ति नहीं हो रही है. राज्य सरकार ने 2021 को रोजगार वर्ष घोषित कर रखा है. जिसके तहत हर नियोजनालय में रोजगार मेला आयोजित कर लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है. मगर अभ्यर्थियों की उदासीनता के कारण रोजगार मेला फीका पड़ता जा रहा है. आवश्यकता इस बात की है कि इसे प्रचारित प्रसारित कर प्राइवेट सेक्टर में रोजगार के बारे में लोगों तक जानकारी पहुंचाने का है. जिससे योग्यता के अनुरूप उन्हें रोजगार मिल सके.