रांची: झारखंड में अवैध हथियार और अपराधियों के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया जाएगा. राज्य के डीजीपी एमवी राव ने इस संबंध में गुरुवार को ट्वीट कर जानकारी दी है.
आम लोगो से डीजीपी ने मांगी मदद
अवैध हथियार पुलिस के लिए मुसीबत बना हुआ है. अवैध हथियार के बल पर अपराधी लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में झारखंड पुलिस के मुखिया डीजीपी एमवी राव ने आम लोगों से अपील की है कि वे अवैध हथियार के बारे में सीधे उन्हें जानकारी दें, जिसके बाद उनके स्तर से कार्रवाई की जाएगी. डीजीपी के अनुसार आमलोग अपराधियों के साथ-साथ हथियार तस्करों, अवैध हथियार बनाने से जुड़े अड्डों की जानकारी दें, इसके लिए डीजीपी ने अपने निजी मोबाइल नंबर भी जारी किया है. डीजीपी ने जानकारी देते हुए लिखा है कि राज्य पुलिस अवैध हथियार और अपराधियों पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है, इसके लिए राज्यभर में जहां कहीं भी हथियार की डील, उनके निर्माण की जानकारी मिले, आमलोग इसे पुलिस के साथ साझा कर सकते हैं.
सूचना देने वालों को सुरक्षा देना पुलिस की जिम्मेदारी
डीजीपी एमवी राव ने लिखा है कि जो भी हथियार तस्कर, उसके खरीदार और निर्माण करने वाले की जानकारी देगा, पुलिस उसे पूरी सुरक्षा देगी. डीजीपी ने ट्वीट में लिखा है कि सूचना देने वालों को सुरक्षा देने की पूरी जिम्मेदारी पुलिस की होगी.
इसे भी पढे़ं:- पाबंदी के बावजूद धनबाद में धड़ल्ले से बिक रहे पटाखे, पुलिस प्रशासन की चूप्पी
बिहार से आते हैं अधिकांश हथियार
राज्य में बिहार के मुंगेर समेत अन्य जिलों से हथियारों की अवैध खेप राजधानी समेत अन्य जिलों तक पहुंचती है. बिहार के आर्म्स तस्कर गैंग के सदस्य ही राज्य में नक्सलियों तक विदेशी हथियार भी पहुंचाते हैं. पूर्व में एनआईए ने हथियार तस्करी के बड़े संगठित गिरोह का खुलासा किया था, जिसके तार रांची से जुड़े थे. यह गिरोह माओवादियों, टीपीसी उग्रवादियों तक हथियार पहुंचाता था.