रांची: राजधानी की बुंडू नगर पंचायत की ओर से ढाई साल पहले बनाए गए शौचालय अब बेकार हो गया है. शौचालय में ना तो साफ-सफाई है और ना ही टंकी में पानी की सुविधा, शौचालय का हाल बुरा हाल हो चुका है. नगर पंचायत में सफाईकर्मी भी बहाल हैं, साफ-सफाई सिर्फ सड़कों की होती है.
साफ-सफाई के अभाव में बुंडू नगर पंचायत के शौचालय के आसपास चारों ओर दुर्गंध फैली हुई है. यह शौचालय बस स्टैंड के समीप होने के कारण कई बार लोगों को शौचालय के लिए जाते हैं तो उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ता है. स्वच्छता के नाम पर बुंडू नगर पंचायत को पुरस्कृत भी किया गया है. लेकिन बस स्टैंड स्थित सार्वजनिक शौचालय अब भी स्वच्छता को मुंह चिढ़ा रहा है.
बुंडू नगर पंचायत की ओर से निर्मित यह शौचालय अब भी पानी और सफाईकर्मियों का इंतजार कर रहा है. आखिर नगर पंचायत के राहगीरों और यात्रियों की सुविधा के लिए लाखों की लागत से बना यह शौचालय मात्र दो-ढाई साल में ही कबाड़ में क्यों बदलता जा रहा है, इसकी जवाबदेही किसकी है. कौन साफ-सफाई कर इसे इस्तेमाल के लायक बनाएगा. क्या स्वच्छता का पुरस्कार लेने मात्र के लिए ही स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर अंक दिए जाते हैं. जमीनी हकीकत को स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर बताने वाले कौन हैं.