रांचीः पूर्व की रघुवर दास ने भविष्य का ग्रामीण डॉक्टर कहकर जिन्हें सम्मान दिया था, उन्होंने आज संघर्ष की राह पकड़ ली है. झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू की गई बीएससी कम्युनिटी हेल्थ के पास आउट 234 छात्र छात्राएं अब पूर्व की घोषणा के अनुसार नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. (BSC Community Health students protest in Ranchi)
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क्या है छात्रों का आरोपः रांची में बीएससी कम्युनिटी हेल्थ छात्रों का धरना को लेकर BSc कम्युनिटी के पास आउट छात्र लोचन महतो ने बताया कि हमारी कोर्स की शुरुआत झारखंड सरकार ने 09 अगस्त 2017 को गजट प्रकाशित कर BSc कम्युनिटी हेल्थ की शुरुआत की. इस गजट संख्या के अनुसार झारखंड राज्य में त्रि-वर्षीय बीएससी कम्युनिटी हेल्थ कोर्स का संचालन शुरू किया गया. इस कोर्स के लिए छात्र-छात्राओं का चयन JCECEB द्वारा MBBS कोर्स में प्रवेश के लिए निर्धारित न्यूनतम प्राप्तांक और उम्र सीमा लागू थी. कोर्स करने के बाद सभी विद्यार्थियों को निदेशक प्रमुख (स्वास्थ्य सेवाएं) के द्वारा कम्युनिटी हेल्थ असिस्टेंट के पद पर 4200 ग्रेड पे वेतनमान पर नियुक्त किया जाना था. लेकिन कोर्स पूरा करने के ढाई साल बाद भी अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. इस कारण सभी 234 विद्यार्थियों का भविष्य अधर में है.
स्वास्थ्य मुख्यालय के बाहर 10 दिन से धरना जारीः इस कड़ाके की ठंड में पिछले 10 दिन से राज्यभर के बीएससी कम्युनिटी हेल्थ पास आउट छात्र नियुक्ति की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं (students protest in Ranchi). छात्र छात्राओं का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते उनका भविष्य खराब हो रहा है. खराब मौसम में भी वो दिन रात आंदोलन कर रहे हैं, इस वजह से कई लोगों की तबीयत भी बिगड़ी है. लेकिन अभी तक इन छात्रों की मांग पर सरकार और विभाग ने चुप्पी साध रखी है.
छात्रों को एडजस्ट करने पर हो रहा विचार- स्वास्थ्य निदेशक प्रमुखः BSc कम्युनिटी हेल्थ के छात्र-छात्राओं के प्रदर्शन को लेकर पूछे गए सवाल पर स्वास्थ्य निदेशक प्रमुख डॉ कृष्ण कुमार ने फोन पर बताया कि इस कोर्स को सरकार ने बंद कर दिया है. लेकिन अब ये छात्र-छात्राएं नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. उन्होंने इन छात्र-छात्राओं को लेकर कहा कि कैसे इन सभी को विभाग में एडजस्ट किया जा सकता है इसके लिए विभाग मंथन कर रहा है.