रांची: झारखंड के किसी भी सरकारी विश्वविद्यालय में बैचलर इन फिजिकल एजुकेशन (Bachelor in Physical Education, BPEd) की पढ़ाई नहीं करवाई जा रही है. इससे खेल के क्षेत्र में उच्च शिक्षा हासिल करने वाले विद्यार्थी अन्य राज्यों की ओर पलायन कर और इस कोर्स को कर रहे हैं. हालांकि, झारखंड के कई यूनिवर्सिटी में इस कोर्स को शुरू करने की तैयारी चल रही है. डीएसपीएमयू और आरयू ने इस कोर्स की शुरुआत इसी सेशन से शुरू करने का फैसला लिया है.
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इन विश्वविद्यालयों में बीपीएड कोर्स शुरू करने की तैयारी: रांची विश्वविद्यालय में फिजिकल एजुकेशन का इंटीग्रेटेड कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया गया है. इधर विनोबा भावे विश्वविद्यालय में रामगढ़ के एक कॉलेज में एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स इस विषय को लेकर कराया जा रहा है लेकिन, इससे विद्यार्थियों को फायदा नहीं मिल रहा है. अब इसी कड़ी में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (DSPMU Ranchi) में नियमित रूप से बैचलर इन फिजिकल एजुकेशन कोर्स की पढ़ाई शुरू करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. इससे जुड़े प्रस्ताव राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग को भी भेज दिया गया है. कॉन्ट्रैक्ट के तहत शिक्षकों की बहाली भी होगी. पहले सेशन में 100 सीटों पर नामांकन लिया जाएगा. इस कोर्स के लिए फिलहाल शुल्क का निर्धारण नहीं किया गया है. लेकिन, कोर्स फीस अन्य विषयों के तर्ज पर मिनिमम ही रखी जाएगी. यह कोर्स 2 सालों का होगा. बीपीएड कोर्स संचालन की जिम्मेदारी प्रोफेसर डॉ अशोक नाग को दी गई है. डॉ नाग ने कहा कि 2 वर्षीय बीपीएड कोर्स में एनसीटीई को मान्यता के लिए भी भेज दिया गया है. मान्यता मिलते ही इस कोर्स को विश्वविद्यालय में लागू कर दिया जाएगा.
कोर्स करने वाले विद्यार्थियों को मिलेंगे कई अवसर: गौरतलब है कि इस कोर्स को करने वाले विद्यार्थियों को कई अवसर मिलेंगे. बैचलर इन फिजिकल एजुकेशन में स्नातकों के लिए प्राथमिक स्कूलों में शारीरिक शिक्षक के तौर पर भी अवसर हैं. वहीं इसमें पीजी करने पर प्लस 2 स्कूलों में शारीरिक शिक्षक बन सकते हैं. इसके अलावा स्पोर्ट्स (Sport) कोच, शारीरिक प्रशिक्षक के रूप में सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में कई अवसर हैं.