रांची: प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को झारखंड विधानसभा नेता प्रतिपक्ष अधिसूचित करने की मांग की है.
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इस बाबत बीजेपी के स्टेट प्रेसिडेंट दीपक प्रकाश ने शुक्रवार को कहा कि स्पीकर रवींद्रनाथ महतो को पत्र लिखा है. दीपक प्रकाश ने लिखा है कि 24 फरवरी, 2020 को मरांडी को पार्टी के विधायकों ने अपना नेता चुना है. सबसे बड़े दल के नेता चुने जाने और नेता प्रतिपक्ष मनोनीत किए जाने की सारी शर्तें मरांडी पूरी करते हैं. बावजूद इसके, इस संबंध में झारखंड विधानसभा से कोई अधिसूचना नहीं जारी की गई है.
चुनाव आयोग ने किया है मान्य
दीपक प्रकाश ने कहा कि 11 फरवरी, 2020 को झारखंड विकास मोर्चा प्रजातांत्रिक के प्रस्ताव के अनुसार उस दल का बीजेपी में विलय कर दिया गया है. भारत निर्वाचन आयोग ने भी अपने आदेश में इस विलय को मान्यता दी है. आयोग ने झाविमो का चुनाव चिन्ह भी फ्रिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि 11 फरवरी, 2020 के पहले ही पार्टी के दो विधायकों को निष्कासित भी कर दिया गया है. हालांकि दोनों विधायकों ने भारत निर्वाचन आयोग के समक्ष 7 फरवरी, 2020 को कांग्रेस में विलय करने का दावा किया था लेकिन भारत निर्वाचन आयोग में उनके इस दावे को अमान्य कर दिया.
संवैधानिक तरीके से हुआ झाविमो का बीजेपी में विलय
दीपक प्रकाश ने कहा कि भाजपा में संवैधानिक तौर तरीकों से किए गए झाविमो (प्र) के विलय को मान्य किए जाने के निर्णय को और स्पष्ट कर दिया है. इससे यह स्पष्ट हो गया है कि झाविमो का संविधान के अनुरूप ही सर्वसम्मति से बीजेपी में विलय हुआ है. साथ ही विलय के निर्णय के पहले ही दोनों विधायक बंधु तिर्की और प्रदीप यादव अलग-अलग तिथियों में झाविमो से निष्कासित कर दिए गए थे. इन्हीं तथ्यों के आलोक में बीजेपी ने मरांडी को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की मांग की है.