रांची: केंद्र की सत्ता से भाजपा की सरकार को 2024 में उखाड़ फेंकने के उद्देश्य से गठित INDIA समूह की मुम्बई में तीसरी बैठक समाप्त होने के बाद राजनीतिक बयानबाजी का दौर जारी है. INDIA के 13 सदस्यीय कोऑर्डिनेशन कमिटी में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी जगह देने के बाद राज्य की राजनीति में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है.
बीजेपी नेता ने क्या कहा: झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह ने कहा कि INDIA में सिर्फ कांग्रेस का ही वर्चस्व रहने वाला है और जो छोटे छोटे दल INDIA से जुड़े हैं उनको कोई लाभ नहीं होने वाला है. हेमंत सोरेन को कोऑर्डिनेशन कमिटी में जगह मिलने पर तंज कसते हुए झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह ने कहा कि जिस व्यक्ति से राज्य नहीं संभल रहा वह INDIA महागठबंधन को क्या संभाल पायेगा. इस पर बड़ा प्रश्नचिह्न है.
जेएमएम नेता ने क्या कहा: जेएमएम नेता मनोज पांडेय ने कहा कि भाजपा इसलिए हेमंत सोरेन और इंडिया में शामिल दलों की भविष्य में एकता कायम रहने पर सवालिया निशान खड़ा कर रही है क्योंकि उसे लगता है कि राज्य की 14 ही लोकसभा सीट है और इंडिया में इसका बंटवारा कैसे होगा. कुनबा इतना बड़ा हो गया है कि सबकी महत्वाकांक्षा को पूरा करना संभव नहीं.
मनोज पांडेय ने कहा कि अगर सरसरी निगाह से देखें तो बात भी सही है. पूर्व से राज्य में कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल का महागठबंधन रहा है. अब INDIA के गठन के बाद नीतीश कुमार की पार्टी जदयू, अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप, सीपीआई, सीपीएम, मासस, एनसीपी, ममता बनर्जी की पार्टी TMC सभी INDIA के हिस्सा हैं.
ऐसे में क्या झामुमो, कांग्रेस इंडिया दलों के लिए बड़ा त्याग करने के लिए तैयार होगी. यह बड़ा सवाल है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि हेमंत सोरेन एक बड़ा क्षत्रप हैं, उन्हें पता है कि किसकी किस सीट पर विनिबिलिटी (जीत की संभावना) अधिक है. इस आधार पर सीटों का सामंजस्य होगा तो कहीं कोई दिक्कत नहीं है.
राजद नेत्री ने क्या कहा: वहीं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता यादव कहती है कि हर किसी को त्याग करना होगा. उनके नेता लालू प्रसाद ने भी कहा है कि भाजपा को परास्त करने के लिए त्याग भी करेंगे. अब ये सवाल उठता है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के फैसले को ताक पर रखकर चतरा लोकसभा से अपना उम्मीदवार उतार देने वाले राजद किस हद तक त्याग कर पायेगा, यह एक बड़ा सवाल भी है.
इन चुनौतियों से गुजरना होगा: सीपीआई की नजर हजारीबाग लोकसभा सीट पर रहा है तो कांग्रेस अपनी दावेदारी वहां से ठोकता रहा है. वहीं पलामू सीट, राजद को मिलता रहा है लेकिन इस बार कांग्रेस के SC विभाग ने उस पर दावा ठोक दिया है. ऐसे में कई ऐसे सीट हैं जहां झामुमो और कांग्रेस में भी मतभेद हैं. ऐसे में झारखंड में ही INDIA दलों में सर्वमान्य सामंजस्य बैठाना हेमंत सोरेन के लिए भारी टास्क होगा. यही वजह है कि भाजपा अभी से ही इंडिया दलों पर तंज कसने में पीछे नहीं है.