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छठ व्रत का जितना अपमान जेएमएम ने किया, उतना मुगलों और अंग्रेजों ने भी नहीं किया: BJP

बीजेपी नेता आदित्य साहू ने कहा कि झामुमो के लोग सत्ता के मद में बौराये हुए है. मां दुर्गा का भक्त कहलाने वाले सुप्रियो भट्टाचार्य ने बुधवार को छठ व्रत करने वाले मां-बहनों का जितना अपमान किया, उतना शायद मुगलों और अंग्रेजों ने भी नहीं किया था. उन्होंने कहा कि आश्चर्य इस बात की है कि छठ व्रतियों को कुल्ला, मुंह धोने और नहाने की भी सीख दे रहे हैं. इनको पता होना चाहिए कि छठ व्रत एक तपस्या है और इनके परिवार के लोग कभी छठ नहीं किये हैं, सिर्फ दूर से देखते हैं.

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बीजेपी नेता आदित्य साहू
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Published : Nov 19, 2020, 6:41 PM IST

रांची: भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झामुमो पर हमला करते हुए कहा है कि झामुमो का सनातन परंपरा, धर्म कर्म से कुछ भी लेना देना नहीं है. सत्ता लोलुपता, चाटुकारिता और तुष्टिकरण में ये सब कुछ भूल गए हैं.

बीजेपी नेता आदित्य साहू
उन्होंने कहा कि इन्हें पता होना चाहिए कि जो छठ व्रती माताएं-बहनें होती हैं, उनका खरना प्रसाद का जूठा खाने के लिए लोग कतार लगाए रहते हैं, यह परंपरा है. व्रतियों का गिले कपड़े से लोग अपने मुह और माथा पोछकर आशीर्वाद लेते है. सूर्य भगवान की पूजा की जाती है, जिस प्रकार से इन्होंने छठ महापर्व का अपमान किया है. राज्य की जनता कभी माफ नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि जगरनाथ मंदिर पूरी, ओडिशा में जो प्रसाद का जूठा गिरता है. उसे सूखा कर महाप्रसाद बनाकर वितरण किया जाता है.ये भी पढ़ें- छठ पर्व की गीतों का धुन निकालते हैं कंघी से, सुनें ईटीवी भारत पर

आदित्य साहू ने ने कहा कि हिन्दू धर्म के पूजा-पाठ को भी ये जाति में बांट रहे हैं. सबसे पहले इनके ऊपर जाति विद्वेष फैलाने का केस दर्ज होना चाहिए. इन्होंने पर्व त्योहार में भी जाति विद्वेष फैलाया है. उन्होंने कहा कि ये भ्रष्टाचार घाट के पानी पीने वाले लोग हैं. तो छठ घाट की महिमा कहां से समझ पाएंगे. इनको बतलाना चाहिए कि कलकत्ता के घाट में कौन-कौन डुबकी लगाकर पानी पिये हैं. डायरी में कौन-कौन घाट का उल्लेख है. एनआईए जांच में स्टेन स्वामी के घाट का कौन-कौन पानी पिए है, दुमका उपचुनाव के विजय जुलूस में अचार संहिता रहते हुए रायफल घाट का स्वाद कैसा है. जनाजे की भीड़ घाट कैसा है. रिसालदार बाबा के चादर घाट का पानी कैसा है. सैकड़ों लोगों के ट्रांसफर पोस्टिंग उद्योग घाट का पानी कैसा है? 1200 माताएं-बहनों के साथ जो विभत्स व्यहार किया गया है. उसपर क्या कहना है? बढ़ते अपराध और उग्रवाद के घाट का पानी का स्वाद कैसा है, कोयला, बालू और पत्थर तस्करी के घाट का पानी कैसा है?

ये भी पढ़ें- छठ महापर्व को लेकर बह रही भक्ति की धारा, श्रद्धालु लगा रहे आस्था की डुबकी

उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश, बाबूलाल मरांडी, सीपी सिंह सहित भाजपा नेताओं पर टिप्पणी झामुमो की छोटी मानसिकता का परिचायक है. झामुमो नेता सामान्य राजनीतिक मर्यादा और संस्कार भी भूल चुके है. उन्होंने कहा कि भट्टाचार्य पहले उतनी ऊंचाई प्राप्त कर लें, फिर टिप्पणी करें तो ठीक रहेगा. बाबूलाल मरांडी, सीपी सिंह जैसे नेताओं को जनता का आशीर्वाद प्राप्त है. उन्होंने कहा कि सिर्फ भाजपा नेताओं पर केश दर्ज की बात करके झामुमो ने बता दिया कि तुगलकी फरमान को भाजपा ने ही वापस करवाया है. झामुमो कांग्रेस का पत्र केवल दिखावा था. भाजपा के नेता कार्यकर्ता सभी घाटों पर रहेंगे. सरकार केस दर्ज कराने की तैयारी रखे.

रांची: भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झामुमो पर हमला करते हुए कहा है कि झामुमो का सनातन परंपरा, धर्म कर्म से कुछ भी लेना देना नहीं है. सत्ता लोलुपता, चाटुकारिता और तुष्टिकरण में ये सब कुछ भूल गए हैं.

बीजेपी नेता आदित्य साहू
उन्होंने कहा कि इन्हें पता होना चाहिए कि जो छठ व्रती माताएं-बहनें होती हैं, उनका खरना प्रसाद का जूठा खाने के लिए लोग कतार लगाए रहते हैं, यह परंपरा है. व्रतियों का गिले कपड़े से लोग अपने मुह और माथा पोछकर आशीर्वाद लेते है. सूर्य भगवान की पूजा की जाती है, जिस प्रकार से इन्होंने छठ महापर्व का अपमान किया है. राज्य की जनता कभी माफ नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि जगरनाथ मंदिर पूरी, ओडिशा में जो प्रसाद का जूठा गिरता है. उसे सूखा कर महाप्रसाद बनाकर वितरण किया जाता है.ये भी पढ़ें- छठ पर्व की गीतों का धुन निकालते हैं कंघी से, सुनें ईटीवी भारत पर

आदित्य साहू ने ने कहा कि हिन्दू धर्म के पूजा-पाठ को भी ये जाति में बांट रहे हैं. सबसे पहले इनके ऊपर जाति विद्वेष फैलाने का केस दर्ज होना चाहिए. इन्होंने पर्व त्योहार में भी जाति विद्वेष फैलाया है. उन्होंने कहा कि ये भ्रष्टाचार घाट के पानी पीने वाले लोग हैं. तो छठ घाट की महिमा कहां से समझ पाएंगे. इनको बतलाना चाहिए कि कलकत्ता के घाट में कौन-कौन डुबकी लगाकर पानी पिये हैं. डायरी में कौन-कौन घाट का उल्लेख है. एनआईए जांच में स्टेन स्वामी के घाट का कौन-कौन पानी पिए है, दुमका उपचुनाव के विजय जुलूस में अचार संहिता रहते हुए रायफल घाट का स्वाद कैसा है. जनाजे की भीड़ घाट कैसा है. रिसालदार बाबा के चादर घाट का पानी कैसा है. सैकड़ों लोगों के ट्रांसफर पोस्टिंग उद्योग घाट का पानी कैसा है? 1200 माताएं-बहनों के साथ जो विभत्स व्यहार किया गया है. उसपर क्या कहना है? बढ़ते अपराध और उग्रवाद के घाट का पानी का स्वाद कैसा है, कोयला, बालू और पत्थर तस्करी के घाट का पानी कैसा है?

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उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश, बाबूलाल मरांडी, सीपी सिंह सहित भाजपा नेताओं पर टिप्पणी झामुमो की छोटी मानसिकता का परिचायक है. झामुमो नेता सामान्य राजनीतिक मर्यादा और संस्कार भी भूल चुके है. उन्होंने कहा कि भट्टाचार्य पहले उतनी ऊंचाई प्राप्त कर लें, फिर टिप्पणी करें तो ठीक रहेगा. बाबूलाल मरांडी, सीपी सिंह जैसे नेताओं को जनता का आशीर्वाद प्राप्त है. उन्होंने कहा कि सिर्फ भाजपा नेताओं पर केश दर्ज की बात करके झामुमो ने बता दिया कि तुगलकी फरमान को भाजपा ने ही वापस करवाया है. झामुमो कांग्रेस का पत्र केवल दिखावा था. भाजपा के नेता कार्यकर्ता सभी घाटों पर रहेंगे. सरकार केस दर्ज कराने की तैयारी रखे.

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