रांची: उत्तराखंड में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए राज्य सरकार के द्वारा प्रयास किया जा रहा है. लेकिन अभी तक मजदूरों को सुरक्षित नहीं निकाला जा सका है. टनल में फंसे मजदूरों के परिजन परेशान हैं और उनके घरों में परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार वालों की परेशानी को देखते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद आदित्य साहू टनल में फंसे मजदूर के पैतृक गांव गए. जहां उन्होंने परिवार वालों का हाल जाना.
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ओरमांझी प्रखंड के खीराबेड़ा गांव पहुंचने के बाद मजदूर चकू बेदीया की पत्नी रंजू देवी और उसके लड़के अनिल बेदिया से मुलाकात की. आदित्य साहू ने पीड़ित मजदूर के परिवार से मिलने के बाद सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया. राज्यसभा सांसद आदित्य साहू ने कहा कि होनी अनहोनी को नहीं टाला जा सकता है लेकिन सरकार की संवेदनशीलता पर सवाल जरूर उठता है. उन्होंने कहा कि घटना के पांच दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई भी प्रतिनिधि पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचा है.
उन्होंने परिवार को ढाढस बढ़ाते हुए कहा कि अब तक मिली जानकारी के अनुसार सभी मजदूर सुरक्षित हैं और जल्द ही वह अपने घर पहुंच जाएंगे. उन्होंने स्थानीय अंचल पदाधिकारी से बात कर परिजनों को हर संभव सहायता पहुंचाने का निर्देश भी दिया. मालूम हो कि उत्तराखंड के सिल्कयारा और डंडलगांव के बीच टनल बनाया जा रहा था लेकिन निर्माण के दौरान ही टनल अचानक धंस गया. जिसमें बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और कई राज्यों के मजदूर उसमें फंस गए. फिलहाल रेस्क्यू टीम सभी मजदूरों को निकालने के प्रयास में जुटी हुई है. लेकिन मजदूर के कई दिनों तक अंदर फंसे होने की वजह से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.