रांचीः झारखंड सरकार के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने पिछले दिनों एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि सरकारी स्कूलों से ज्यादा योगदान इस देश में प्राइवेट स्कूलों का है और प्राइवेट स्कूलों के शिक्षक विद्यार्थियों को बेहतर तरीके से पढ़ाते हैं. इस बयान को झारखंड बीजेपी ने अपमानजनक बताया, हालांकि कांग्रेस उनका बचाव कर रही है.
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वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव के बयान पर असंतोष व्यक्त करते हुए बीजेपी विधायक बिरंचि नारायण ने कहा है कि वित्त मंत्री सरकारी शिक्षकों का भला नहीं कर सकते हैं तो कम से कम अपमानित नहीं करें. उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार पिछले डेढ़ साल से कोरोना का बहाना बना रही है. इस सरकार में राज्य की शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री बयान देने की बजाए सरकारी शिक्षा में सुधार के लिए काम करना चाहिए.
बयान को गलत तरीके से बताया गया
डॉ. रामेश्वर उरांव को बचाव करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री ने प्राइवेट स्कूल की शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बताया, पर मीडिया उसे तोड़-मरोड़कर दिखा रही है. उन्होंने कहा कि सरकारी शिक्षकों को विरोध करने की जगह पहले पूरी जानकारी लेनी चाहिए.
सरकारी शिक्षक भी आक्रोशित
वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने पिछले दिनों कहा था कि प्राइवेट स्कूल के भरोसे ही शिक्षा व्यवस्था चल रही है. सरकारी स्कूलों की हालत और शिक्षा व्यवस्था काफी खराब है. प्राइवेट स्कूल आगे भी देश की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने में अहम भूमिका निभाएंगे. इस बयान के बाद राज्य के सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों में आक्रोश है. शिक्षक संघ लगातार वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.