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रामेश्वर चाचा का भाजपा में स्वागत है ! भानु प्रताप शाही का फेसबुक पोस्ट, उसी अंदाज में मिला जवाब

भवनाथपुर से भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही के फेसबुक पोस्ट ने झारखंड के राजनीतिक गलियारे में खलबली मचा दी है. उन्होंने हेमंत सरकार में शामिल प्रदेश कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेता रामेश्वर उरांव की तस्वीर साझा करते हुए लिखा है कि रामेश्वर चाचा का भाजपा में स्वागत है ! फिर क्या हुआ पढ़ें रिपोर्ट

BJP MLA Bhanu Pratap Shahi
रामेश्वर उरांव पर भानुप्रताप की पोस्ट
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Published : Feb 1, 2022, 4:00 PM IST

Updated : Feb 1, 2022, 4:25 PM IST

रांची: भवनाथपुर से भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही के फेसबुक पोस्ट ने झारखंड के राजनीतिक गलियारे में खलबली मचा दी है. उन्होंने हेमंत सरकार में शामिल प्रदेश कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेता रामेश्वर उरांव की तस्वीर साझा करते हुए लिखा है कि रामेश्वर चाचा का भाजपा में स्वागत है ! हालांकि वाक्य के बाद उन्होंने (!) चिन्ह का इस्तेमाल किया है. उनके इस फेसबुक पोस्ट पर तेजी से लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. हमारे ब्यूरो चीफ राजेश कुमार सिंह ने इस मसले पर भानु प्रताप शाही से फोन पर संपर्क किया. उनसे इस पोस्ट के पीछे की वजह जानना चाहा. जवाब में भानु प्रताप शाही ने कहा कि जिस नेता के नेतृत्व में कांग्रेस ने इतनी ज्यादा सीटें जीती, उस नेता के भावना के विपरीत सुखदेव भगत को पार्टी में शामिल करा दिया गया. ऐसे में उनको उस पार्टी में रहना ही नहीं चाहिए . भानु प्रताप शाही ने कहा कि कुछ सोच विचार के बाद ही इस तरह का पोस्ट किया गया है. उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ भी संभव है.

ये भी पढ़ें-सुखदेव भगत का कोई चरित्र नहीं, अब कांग्रेस में आने की छटपटाहट क्यों, रामेश्वर उरांव ने क्यों कसा तंज?

सबसे खास बात है कि इस पोस्ट के बारे में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव को अवगत कराया गया तो वे जवाब देने से पहले काफी देर तक ठहाका लगाकर हंसते रहे . उनसे पूछा गया कि क्या आप इस पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करना चाहेंगे. जवाब में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामेश्वर उरांव ने कहा कि भानु प्रताप शाही को मजाक करने का हक है. वह मेरे भतीजे की तरह हैं. उनके परिवार से हमारे करीबी संबंध हैं. उन्होंने कहा कि मैंने शुरू से कांग्रेस की सेवा की है. इस पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है . राजनीति में तमाम मुकाम हासिल कर चुका हूं. अब आगे पुस्तकें लिखने का इरादा है.

आपको बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने रामेश्वर उरांव को लोहरदगा से टिकट दिया था. इसी से नाराज होकर सुखदेव भगत भाजपा में शामिल हो होकर कमल के साथ मैदान में उतरे थे लेकिन उन्हें शिकस्त हाथ लगी थी. इसके बाद वह कई मौकों पर कांग्रेस में शामिल होने की राह तलाशते रहे. इस बीच आरपीएन सिंह के भाजपा में जाने के बाद नवनियुक्त प्रभारी अविनाश पांडे ने 31 जनवरी को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत और प्रदीप बलमुचू को पार्टी की सदस्यता दिलाई थी. इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद थे .

रांची: भवनाथपुर से भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही के फेसबुक पोस्ट ने झारखंड के राजनीतिक गलियारे में खलबली मचा दी है. उन्होंने हेमंत सरकार में शामिल प्रदेश कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेता रामेश्वर उरांव की तस्वीर साझा करते हुए लिखा है कि रामेश्वर चाचा का भाजपा में स्वागत है ! हालांकि वाक्य के बाद उन्होंने (!) चिन्ह का इस्तेमाल किया है. उनके इस फेसबुक पोस्ट पर तेजी से लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. हमारे ब्यूरो चीफ राजेश कुमार सिंह ने इस मसले पर भानु प्रताप शाही से फोन पर संपर्क किया. उनसे इस पोस्ट के पीछे की वजह जानना चाहा. जवाब में भानु प्रताप शाही ने कहा कि जिस नेता के नेतृत्व में कांग्रेस ने इतनी ज्यादा सीटें जीती, उस नेता के भावना के विपरीत सुखदेव भगत को पार्टी में शामिल करा दिया गया. ऐसे में उनको उस पार्टी में रहना ही नहीं चाहिए . भानु प्रताप शाही ने कहा कि कुछ सोच विचार के बाद ही इस तरह का पोस्ट किया गया है. उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ भी संभव है.

ये भी पढ़ें-सुखदेव भगत का कोई चरित्र नहीं, अब कांग्रेस में आने की छटपटाहट क्यों, रामेश्वर उरांव ने क्यों कसा तंज?

सबसे खास बात है कि इस पोस्ट के बारे में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव को अवगत कराया गया तो वे जवाब देने से पहले काफी देर तक ठहाका लगाकर हंसते रहे . उनसे पूछा गया कि क्या आप इस पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करना चाहेंगे. जवाब में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामेश्वर उरांव ने कहा कि भानु प्रताप शाही को मजाक करने का हक है. वह मेरे भतीजे की तरह हैं. उनके परिवार से हमारे करीबी संबंध हैं. उन्होंने कहा कि मैंने शुरू से कांग्रेस की सेवा की है. इस पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है . राजनीति में तमाम मुकाम हासिल कर चुका हूं. अब आगे पुस्तकें लिखने का इरादा है.

आपको बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने रामेश्वर उरांव को लोहरदगा से टिकट दिया था. इसी से नाराज होकर सुखदेव भगत भाजपा में शामिल हो होकर कमल के साथ मैदान में उतरे थे लेकिन उन्हें शिकस्त हाथ लगी थी. इसके बाद वह कई मौकों पर कांग्रेस में शामिल होने की राह तलाशते रहे. इस बीच आरपीएन सिंह के भाजपा में जाने के बाद नवनियुक्त प्रभारी अविनाश पांडे ने 31 जनवरी को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत और प्रदीप बलमुचू को पार्टी की सदस्यता दिलाई थी. इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद थे .

Last Updated : Feb 1, 2022, 4:25 PM IST
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