रांचीः गुरुवार से राजधानी में आयोजित दो दिवसीय झारखंड टूर कॉन्क्लेव के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड पर्यटन का नया केंद्र बनने जा रहा है. उन्होंने कहा कि इटखोरी में सबसे बड़े स्तूप का निर्माण होगा.
इटखोरी में सबसे बड़े स्तूप निर्माण कार्य शुरू
कॉन्क्लेव के दौरान रघुवर दास ने कहा कि इटखोरी तीन धर्मों का संगम स्थल है. बौद्ध, जैन और हिंदू धर्म का धार्मिक स्थल है. सीएम ने कहा कि इसी इलाके से भगवान बुद्ध दुनिया को ज्ञान देने के लिए निकले थे. राज्य सरकार इटखोरी में सबसे बड़ा स्तूप निर्माण करवाने पर विचार कर रही है. इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि झारखंड उन लोगों के लिए नया केंद्र साबित होगा जो नई जगहों पर घूमने की ख्वाहिश रखते हैं. कॉन्क्लेव में प्रदेश के पर्यटन मंत्री अमर बाउरी ने कहा कि 2014 में कई नई योजनाओं की शुरुआत की गई है. उन्होंने कहा कि सभी पर्यटन क्षेत्र के पहुंच पथ का निर्माण किया गया है और लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति भी अच्छी हो गई है.
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मंगोलिया के राजदूत गोनचिंग गनबोल्ड भी शामिल
इस मौके पर पर्यटन मंत्री अमर बाउरी ने कहा कि श्रावणी मेला को व्यवस्थित करने के लिए राज्य सरकार ने बाबा बैद्यनाथ श्राइन बोर्ड का गठन भी किया है, साथ ही जैन धर्मावलंबियों के लिए भी श्राइन बोर्ड का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि पतरातू डैम के पास विश्व स्तर का रिसोर्ट जल्दी बनकर तैयार होगा. झारखंड ऐसा क्षेत्र है जिसकी जानकारी देश दुनिया तक पहुंचाना जरूरी है. इस मौके पर उन्होंने दुनियाभर के पर्यटकों को झारखंड आने का निमंत्रण भी दिया है. कार्यक्रम में मंगोलिया के राजदूत गोनचिंग गनबोल्ड भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि दोनों देश राजनीति और फ्री मार्केट पर चर्चा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही भारत में भगवान बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा स्थापित की जाएगी. इस कार्यक्रम में मंगोलिया के राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे.