रांची: झारखंड हाई कोर्ट ने जमशेदपुर एमजीएम अस्पताल के एक मामले में सुनवाई करते हुए स्वास्थ्य व्यवस्था पर टिप्पणी की. इस पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि झारखंड की जनता को स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर मिले, इसके लिए विभाग और सरकार तत्पर है. उन्होंने कहा कि झारखंड हाई कोर्ट ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर क्या टिप्पणी की है, इसकी जानकारी अभी नहीं है. न्यायालय का जो भी आदेश होगा उसका विभाग और विभागीय सचिव पूरा पालन करेंगे ताकि राज्य की जनता को बेहतर इलाज मिल सके.
यह भी पढ़ें: नई शिक्षा नीति से होगा राष्ट्र का निर्माण, खेलों को भी बढ़ावा दे रही सरकार: अन्नपूर्णा देवी
भाजपा बोली-किसी भी समय गिर सकती है हेमंत सरकार
झारखंड की व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर तंज कसते हुए बीजेपी विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि झारखंड सरकार हर मोर्चे पर फेल है. सिर्फ स्वास्थ्य व्यवस्था ही नहीं बल्कि विधि व्यवस्था को लेकर भी झारखंड हाई कोर्ट ने सरकार को फटकार लगाई है. गठबंधन की हेमंत सरकार जल्द से जल्द सत्ता से बेदखल हो ताकि गरीब जनता को सभी सुविधाओं का लाभ मिले, बस इसी की देर है. किसी भी समय सरकार जा सकती है.
क्या है पूरा मामला ?
फरवरी 2021 में जमशेदपुर में एक महिला को जिंदा जला दिया गया था. उसे एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन, वहां समुचित इलाज नहीं होने के कारण उसकी मौत हो गई. उसी मामले पर झारखंड हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया था. मामले पर सुनवाई करते हुए अदालत ने विभाग के सचिव और अस्पताल के अधीक्षक को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्था इतनी लचर है, आप लोग इस पर थोड़ा भी गंभीर नहीं हैं. व्यवस्था क्यों नहीं ठीक की जा रही है? ऐसी क्या कठिनाई है? इसको लेकर अदालत ने विभाग के सचिव को चार सप्ताह के अंदर राज्य के सभी अस्पतालों में जले हुए मरीजों के इलाज की व्यवस्था पर विस्तृत बिंदुवार और अद्यतन रिपोर्ट पेश करने को कहा है.