रांचीः एचडीएफसी बैंक के रिलेशन अफसर सन्नी कुमार ने पेयजल स्वच्छता विभाग के अवर सचिव रंजीव कुमार चौधरी से क्रेडिट कार्ड बनाने के नाम लिए गए कागजात में फर्जीवाड़ा कर उनसे 3.72 लाख रुपए की ठगी कर ली. इस बात का खुलासा तब हुआ जब बैंक के कर्मी उनसे क्रेडिट कार्ड से पर्चेज किए गए सामानों की राशि लेने के लिए अवर सचिव के घर पहुंचे.
मामले की जानकारी मिलने के बाद अरगोड़ा पुलिस ने आरोपी बैंककर्मी सन्नी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी सन्नी अरगोड़ा के सरना टोली का रहने वाला है. वह मूलरूप से बिहार के मोतीहारी जिले का है. आरोपी सन्नी प्रिया सेल्स में पदस्थापित था. पूछताछ के क्रम में आरोपी ने मामले में अपनी संग्लिप्ता स्वीकार की है. पुलिस ने आरोपी की ओर से क्रेडिट कार्ड से खरीदे गए सामानों को भी जब्त कर लिया है. इस मामले में अवर सचिव ने अरगोड़ा थाने में आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
एक माह में कार्ड बनाने को दिया था आश्वासन
अवर सचिव ने पुलिस को बताया कि वह कुछ दिन पहले हरमू प्रिया सेल्स में वाशिंग मशीन खरीदने के लिए गए थे. इसी क्रम में फाइनेंस कराने के क्रम में सन्नी से मुलाकात हुई थी. आरोपी ने उन्हें बताया कि वह एचडीएफसी बैंक में रिलेशन अफसर के रूप में प्रतिनियुक्त है. उसके क्रेडिट कार्ड बनाने ऑफर दिया. आरोपी ने उनके कार्यालय में आकर उनसे पैन कार्ड, आधार कार्ड, एसबीआई का एकाउंट स्टेटमेंट समेत अन्य कागजात उपलब्ध कराया और कहा कि एक माह में क्रेडिट कार्ड उन्हें मिल जाएगा.
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पैसा वसूलने पहुंचे बैंककर्मी, तब खुला राज
निर्धारित समय बीतने के बाद जब कार्ड नहीं मिला तो उन्होंने आरोपी को फोन किया. तब उसने जल्द मिलने की बात कही. इसी बीच शनिवार को बैंक कर्मी उनके घर पर पहुंचे और कहा कि आपने क्रेडिट कार्ड से 3.72 लाख की खरीदारी की है. इसका भुगतान करें. तब उन्होंने बताया कि वह क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए सन्नी को कागजात दिए हैं, मगर अब तक उन्हें कार्ड ही नहीं मिला. एसे में वे कैसे खरीदारी करेंगे. इसके बाद अवर सचिव ने अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी.
कागजात में छेड़छाड़ कर डाल दिया था अपना मोबाइल नंबर
पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी ने अवर सचिव के कागजात में छेड़छाड़ की. इसके बाद उसमें अपना मोबाइल नंबर अंकित कर दिया. इसके बाद उसने आवेदन में अपना पता दिया. एक माह के बाद क्रेडिट कार्ड आरोपी के घर पहुंचे. उसने न सिर्फ उस कार्ड से खरीदारी की बल्कि लोन की रकम भी भर दिया.