रांची: नालंदा जिले के एकंगरसराय और राजगीर बैंक लूटकांड में वांटेड लोजपा जिलाध्यक्ष के पुत्र शशि पासवान को नालंदा पुलिस ने राजधानी रांची के बरियातू इलाके से गिरफ्तार किया है. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसके एक और साथी गोल्डी को भी उसके घर से गिरफ्तार किया है.
कई लूटकांडों का है आरोपी
आरोपी राजगीर और एकंगरसराय में बैंक लूट के बाद से फरार चल रहा था. पांच साल पहले भी अन्य बैंक लूट कांड में जेल जा चुका है. शशि पासवान बरियातू इलाके के चिरौंदी स्थित प्रहलाद एंक्लेव के करतार हाइट्स में चौथे मंजिल के फ्लैट में रह रहा था.
उसे एक स्थानीय युवक ने कमरा दिलाया था. शशि पासवान ने अपने तीन गुर्गों के साथ बीते साल एकंगरसराय स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में हथियार के बल पर एक लाख रुपये की लूट को अंजाम दिया था. वह सीसीटीवी के डीवीआर को लेकर भाग गया था लेकिन सेफ में लगे चिप को निकालना भूल गया था जिसमें उसका चेहरा कैद हो गया था.
इसके बाद ही पुलिस उसकी तलाश में थी. मोबाइल लोकेशन व मुखबिरी के आधार पर शशि को रांची के बरियातू से गिरफ्तार किया गया. शशि के शागिर्द गोल्डी के मोबाइल में अंतरराज्यीय बैंक लुटेरों के नंबर व नाम मिले हैं. शशि का कनेक्शन जहानाबाद के एक कुख्यात से भी है.
सूत्रों के अनुसार शशि ने लूट की रकम को रियल एस्टेट के धंधे में निवेश कर रखा था. चार महीने पहले राजगीर के पिलखी स्थित देना बैंक शाखा में भी लूटकांड में भी शशि व गोल्डी शामिल रहे हैं. इस लूट के बाद से ही शशि पासवान झारखंड भाग गया था.
2015 में कैश वैन लूट के दौरान हुआ था गिरफ्तार
शशि पासवान ने 2015 में लहेरी थाना क्षेत्र के एलआईसी के समीप कैश वैन लूटने का प्रयास किया था, जिसमें वह गिरफ्तार हुआ था. 2015 में ही सोहसराय थाना क्षेत्र स्थित केनरा बैंक में 43 लाख लूट कांड में वह शामिल था.
2019 में दीपनगर थाना क्षेत्र में फ्लिपकार्ड कंपनी के गोदाम में हुई 7 लाख की चोरी की घटना को भी शशि ने ही अंजाम दिया था. सबसे पहले 2014 में नूरसराय थाना ने मारपीट के मामले में उसे गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार किए गए गोल्डी ने पुलिस के सामने राजगीर व एकंगरसराय बैंक लूटकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.