रांचीः झारखंड हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री और जेवीएम नेता बंधु तिर्की बुधवार देर शाम बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार से बाहर निकले. बाहर निकलने के साथ ही जेवीएम कार्यकर्ता और बंधु के समर्थकों ने जेल के बाहर उनका स्वागत किया.
सशर्त मिली जमानत
झारखंड हाई कोर्ट ने बंधु तिर्की को सशर्त जमानत प्रदान की है. कोर्ट ने जमानत की शर्त रखी है कि, वह कोर्ट की इजाजत के बगैर विदेश नहीं जा सकते और गवाहों को प्रभावित करते पाए गए तो उनकी जमानत रद्द की जा सकती है. 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाला और पत्थलगड़ी मामले में उन्हें जमानत मिली है. पूर्व मंत्री बंधु तिर्की पूरे 85 दिनों के बाद जेल से बाहर निकले हैं. राष्ट्रीय खेल घोटाला मामले में फंसे पूर्व खेल मंत्री बंधु तिर्की को एसीबी की टीम ने 4 सितंबर को रांची सिविल कोर्ट से सीबीआई कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया था. बंधु तिर्की सीबीआई कोर्ट में चल रहे हैं आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में गवाही देने पहुंचे थे, बाहर निकलते ही एसीबी के टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर घंटों पूछताछ के बाद जेल भेज दिया था.
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पत्थलगड़ी मामले में दिया था बयान
बंधु तिर्की पर आरोप है कि पत्थलगड़ी समर्थन के दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उन्होंने काली गाय की बलि देने की बात कही थी. उन्होंने सरकार को चुनौती दी थी कि यदि उसे हिम्मत है तो उन्हें काली गाय की बलि देने से रोक कर दिखाएं. इस मामले को लेकर सामाजिक संगठन के द्वारा कोतवाली थाना में मामला दर्ज कराया गया था. वहीं बहुचर्चित 34 वें राष्ट्रीय खेल घोटाला मामले में भी एसीबी की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. बंधु तिर्की पर आय से अधिक संपत्ति का मामला भी चल रहा है.
झाविमो के टिकट पर लड़ रहे चुनाव
हालांकि, बंधु तिर्की को विधानसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करने की अनुमति दे दी गई थी. बंधु तिर्की ने जेवीएम के टिकट से मांडर विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया है. उनके नामांकन दाखिल के समय झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री जेवीएम प्रमुख बाबूलाल मरांडी भी मौजूद थे. बंधु तिर्की के जेल से बाहर निकलने के बाद जेवीएम समर्थकों में काफी उत्साह देखी गई.