रांची: अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद राज्य में सियासत (Politics of Jharkhand) तेज है. भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए (Babulal Marandi targeted CM Hemant Soren) कहा है कि राज्य में भ्रष्टाचार और लूट का शासन है, जिस कड़ी में ईडी द्वारा चर्चित कारोबारी अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी हुई है. उन्होंने अमित अग्रवाल के संबंध मुख्यमंत्री आवास तक होने का आरोप लगाया है.
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बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ईडी को इस अमित अग्रवाल के फोन कॉल डिटेल्स खंगालकर झारखंड के वैसे आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को भी चिन्हित करना चाहिए, जिनके कनेक्शन अमित अग्रवाल से है. मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि अमित अग्रवाल कौन हैं. उन्होंने कहा कि अमित अग्रवाल के घर पर अफसरों का दरबार लगता था और वहां ट्रांसफर पोस्टिंग के पैसों का खेल होता था. भ्रष्टाचार में लिप्त इस सरकार में पहले खान सचिव पूजा सिंघल की गिरफ्तारी, उसके बाद प्रेम प्रकाश और अब अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया है कि राज्य में हेमंत सोरेन किस तरह का शासन चला रहे हैं.
राज्यपाल को मुख्यमंत्री को करना चाहिए बर्खास्त: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा इस सरकार में कानून व्यवस्था की लचर स्थिति और भ्रष्टाचार चरम पर है. मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि उनके इन भ्रष्टाचारियों और बिचौलियों से क्या संबंध थे. अगर वे यह स्पष्ट नहीं करते हैं तो थोड़ी सी भी नैतिकता हो तो उन्हें खुद इस्तीफा दे देना चाहिए, नहीं तो इन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए.
झारखंड में बिचौलिए और दलालों की सरकार!: उन्होंने कहा कि अमित अग्रवाल के मुख्यमंत्री के साथ अच्छे तालुकात रहे होंगे. इस वजह से वे कभी कभी मुख्यमंत्री आवास में भी ठहरते थे और उनके कांके रोड स्थित आवास पर अधिकारियों के दरबार लगते थे. बाबूलाल ने कहा झारखंड में लगता नहीं कि हेमंत सोरेन की सरकार है बल्कि विशुद्ध रूप से बिचौलिए और दलालों की सरकार लगती है. जिस वजह से राज्य में जमकर खनिज संपदा का दोहन अनाधिकृत रूप से हो रहा है.