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जनादेश समागम में बिना सिपहसालार के बाबूलाल ने अकेले ठोंकी ताल, चुनाव का किया शंखनाद

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Published : Sep 25, 2019, 9:55 PM IST

जेवीएम ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बुधवार को झारखंड विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया है. बाबूलाल मरांडी ने बिना किसी सिपहसालार के चुनावी ताल ठोंकी है. वहीं, जनादेश समागम के दौरान उन्होंने रघुवर सरकार को आंतक का पर्याय बताया. उन्होंने कहा कि विकास करना है तो जेवीएम की सरकार बनानी होगी.

जनादेश समागम में जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी

रांचीः झारखंड विकास मोर्चा ने निर्धारित कार्यक्रम के तहत 25 सितंबर बुधवार को धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में जनादेश समागम का आयोजन किया. जहां पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने बिना सिपहसालार के अकेले ही ताल ठोंक कर चुनाव का शंखनाद किया. उन्होंने दावा किया कि अगर उनकी सरकार बनाने में जनता सहयोग देगी, तो राज्य के विकास की गाड़ी महज 2 साल में ही दौड़ने लगेगी.

देखें पूरी खबर

मरांडी को खत्म करने की मंशा विफल

उन्होंने जनादेश समागम के जरिए पार्टी का शक्ति प्रदर्शन किया और जनता के बीच संदेश देते हुए चुनाव में उनके सहयोग से जीत का दावा किया. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार की जेवीएम और बाबूलाल मरांडी को खत्म करने के इरादे कभी पूरे नहीं होंगे. बाबूलाल मरांडी कोई दीवार नहीं बल्कि झारखंड के लोगों के दिलों में बसता है. उसे मिटाना और पार्टी को खत्म करना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि इस जनादेश समागम में आए जनसैलाब ने यह संदेश दे दिया है कि विरोधी दल चाहे जितना भी प्रयास करले बाबूलाल मरांडी को नहीं मिटाया जा सकता.

19 साल में जिन समस्याओं का हल नहीं हुआ, जेवीएम 2 साल में करेगी हल

उन्होंने कहा कि जनता ने जिस तरह से जनादेश समागम में आकर हमारा सहयोग किया है, हम विश्वास दिलाते हैं कि यही सहयोग अगर विधानसभा चुनाव में मिला तो पार्टी निश्चित रूप में जीत हासिल करेगी. उन्होंने दावा किया कि 19 सालों में झारखंड की जिन समस्याओं को दूर नहीं किया जा सका है. अगर जेवीएम की सरकार बनती है. महज 2 साल में ही समस्याओं का समाधान किया जाएगा.

ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र से जानकी प्रसाद यादव का रिपोर्ट कार्ड

13 सालों की जेवीएम की यात्रा रही है सफल
उन्होंने कहा कि जेवीएम की शुरुआत साल 2006 में भय, भूख, भ्रष्टाचार, गरीबी और बेरोजगारी जैसी समस्याओं को मिटाने के लिए हुई थी. झारखंड को बने 19 साल हो गए, 13 सालों तक जेवीएम की यात्रा उथल पुथल भरी रही, लेकिन पार्टी ने सफलतापूर्वक यह 13 साल पूरे किए. उन्होंने कहा कि इस दौरान जेवीएम ही एक ऐसी पार्टी रही, जिसने सड़क से लेकर सदन तक जनहित के मुद्दों को लेकर पुरजोर तरीके से संघर्ष किया. उन्होंने आरोप लगाया कि रघुवर सरकार राज्य की समस्याओं को खत्म करने की जगह जेवीएम को ही खत्म करना चाहती है. यही वजह है कि बीजेपी की सरकार आने के बाद जेवीएम के नेताओं को जेल भेज दिया गया. वहीं, जेवीएम के लोग कफन बांधकर निकले हैं. चाहे लाठी चले या गोली चले या फिर सरकार जेल में डाल दें, उनके कदम नहीं रुकेंगे.

ये भी पढ़ें-असदुद्दीन ओवैसी ने रांची में जनसभा को किया संबोधित, केंद्र और राज्य सरकार पर किए तीखे प्रहार

मॉब लिंचिंग को बताया रघुवर राज का भय

उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है और रघुवर सरकार के 5 साल के कार्यकाल में सबसे ज्यादा झारखंड में ही मॉब लिंचिंग की घटना हुई है. यहां तक कि मां भी अपने बच्चे को लेकर घर से निकलने में डर रही है. उन्होंने कहा कि अगर बच्चा रोता है तो लोग बच्चा चोर समझकर उसे ही मार डालेंगे. इससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि जनता भयभीत है और इस भय को पैदा करने की जिम्मेदारी बीजेपी सरकार की है. उन्होंने सीएनटी एसपीटी एक्ट संशोधन के मामले पर भी सरकार को घेरते हुए कहा कि इसके विरोध करने पर कभी देशद्रोही बनाए दिया जाता है तो कभी मौत के घाट उतार दिया जाता है. उन्होंने कहा कि सरकार आतंक का पर्याय बन गई है.

कहीं न कहीं आतंक के माहौल के लिए सरकार जिम्मेदार है, लेकिन जेवीएम पार्टी हक की आवाज उठाती रहेगी. चाहे गोलियां ही क्यों ना बरसाई जाए, जेवीएम राज्य में अमन चैन लाने के लिए हमेशा तत्पर रहेगी.

ये भी पढ़ें-विधानसभा चुनाव 2019: बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र से जानकी प्रसाद यादव का रिपोर्ट कार्ड

जेवीएम सरकार आई तो होगा न्याय

उन्होंने तबरेज मॉब लिंचिंग मामले पर भी रघुवर सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य में अमन चैन खत्म हो गया है. अगर जेवीएम सरकार आएगी तो दोषियों और अपराधियों को सबसे पहले जेल में डालेगी. जिससे राज्य की भोली-भाली जनता अमन-चैन के साथ गुजर बसर कर सके. उन्होंने कहा कि बीजेपी की डबल इंजन की सरकार होते हुए भी पिछले 5 सालों में राज्य में भूख से दो दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है. देश चंद्रमा और मंगल ग्रह पर जाने की तैयारी कर रहा है, लेकिन झारखंड में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ है.

वहीं, आंगनबाड़ी सेविका सहायिका के ऊपर लाठीचार्ज किए जाने की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार से कोई उम्मीद करना बेकार है. सरकार को यहां की जनता की समस्याओं की कोई चिंता नहीं है.

सरकार बनी तो होगा विकास

बाबूलाल मरांडी ने कृषि आशीर्वाद योजना को लेकर रघुवर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि कई गांवों का दौरा करने पर इस योजना के तहत मिलने वाले राशि की जानकारी ली गई, लेकिन अधिकतर गांव में महज 10 लोगों को ही इन योजनाओं के तहत राशि मिली है. ऐसे में किसानों को खैरात की जरूरत नहीं है. अगर जेवीएम जीत कर आती है तो 5 साल के अंदर खेतों तक पानी पहुंचा दिया जाएगा. किसानों को रुपए नहीं बल्कि उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया करा दी जाएगी. जिससे वह खेती कर सके. वहीं, उन्होंने कहा कि अगर 2019 में जनता सहयोग देगी तो राज्य में विस्थापन की समस्या को 2 सालों में ही खत्म कर दिया जाएगा. रघुवर सरकार कारपोरेट घरानों के इशारे पर चल रही है. जिस वजह से इनके राज में राज्य का विकास होना संभव नहीं है.

ये भी पढ़ें-रांची: असदुद्दीन ओवैसी को देखने उमड़ी भीड़, बारिश ने कार्यक्रम में डाला खलल

जेवीएम का सिंबल कंघी हर किसी को संवारेगा

उन्होंने जनादेश समागम में आए कार्यकर्ताओं से निवेदन करते हुए कहा कि जो भी जिम्मेदारी दी गई है. बस उसे वह पूरा करें. जिससे संगठन मजबूत हो, उन्होंने कहा कि संगठन में कोई भी फेरबदल नहीं होगी. इससे संगठन कमजोर होगी. उन्होंने इस समागम में आए कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि पार्टी का सिंबल कंघी है और कंघी हर किसी को संवारने का काम करता है. ऐसे में जब वह इस जनादेश समागम से गांव वापस जाएं तो कंघी लेकर जाएं. चाहे कोई भी त्यौहार हो जेवीएम बन कर ही मनाएं और जब वापस जाएं तो आराम नहीं करें, बल्कि विधानसभा चुनाव में महज कुछ महीने बचे हैं, इसकी तैयारी में पूरी ताकत लगाए और जनता के बीच कंघी लेकर जाए.

रांचीः झारखंड विकास मोर्चा ने निर्धारित कार्यक्रम के तहत 25 सितंबर बुधवार को धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में जनादेश समागम का आयोजन किया. जहां पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने बिना सिपहसालार के अकेले ही ताल ठोंक कर चुनाव का शंखनाद किया. उन्होंने दावा किया कि अगर उनकी सरकार बनाने में जनता सहयोग देगी, तो राज्य के विकास की गाड़ी महज 2 साल में ही दौड़ने लगेगी.

देखें पूरी खबर

मरांडी को खत्म करने की मंशा विफल

उन्होंने जनादेश समागम के जरिए पार्टी का शक्ति प्रदर्शन किया और जनता के बीच संदेश देते हुए चुनाव में उनके सहयोग से जीत का दावा किया. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार की जेवीएम और बाबूलाल मरांडी को खत्म करने के इरादे कभी पूरे नहीं होंगे. बाबूलाल मरांडी कोई दीवार नहीं बल्कि झारखंड के लोगों के दिलों में बसता है. उसे मिटाना और पार्टी को खत्म करना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि इस जनादेश समागम में आए जनसैलाब ने यह संदेश दे दिया है कि विरोधी दल चाहे जितना भी प्रयास करले बाबूलाल मरांडी को नहीं मिटाया जा सकता.

19 साल में जिन समस्याओं का हल नहीं हुआ, जेवीएम 2 साल में करेगी हल

उन्होंने कहा कि जनता ने जिस तरह से जनादेश समागम में आकर हमारा सहयोग किया है, हम विश्वास दिलाते हैं कि यही सहयोग अगर विधानसभा चुनाव में मिला तो पार्टी निश्चित रूप में जीत हासिल करेगी. उन्होंने दावा किया कि 19 सालों में झारखंड की जिन समस्याओं को दूर नहीं किया जा सका है. अगर जेवीएम की सरकार बनती है. महज 2 साल में ही समस्याओं का समाधान किया जाएगा.

ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र से जानकी प्रसाद यादव का रिपोर्ट कार्ड

13 सालों की जेवीएम की यात्रा रही है सफल
उन्होंने कहा कि जेवीएम की शुरुआत साल 2006 में भय, भूख, भ्रष्टाचार, गरीबी और बेरोजगारी जैसी समस्याओं को मिटाने के लिए हुई थी. झारखंड को बने 19 साल हो गए, 13 सालों तक जेवीएम की यात्रा उथल पुथल भरी रही, लेकिन पार्टी ने सफलतापूर्वक यह 13 साल पूरे किए. उन्होंने कहा कि इस दौरान जेवीएम ही एक ऐसी पार्टी रही, जिसने सड़क से लेकर सदन तक जनहित के मुद्दों को लेकर पुरजोर तरीके से संघर्ष किया. उन्होंने आरोप लगाया कि रघुवर सरकार राज्य की समस्याओं को खत्म करने की जगह जेवीएम को ही खत्म करना चाहती है. यही वजह है कि बीजेपी की सरकार आने के बाद जेवीएम के नेताओं को जेल भेज दिया गया. वहीं, जेवीएम के लोग कफन बांधकर निकले हैं. चाहे लाठी चले या गोली चले या फिर सरकार जेल में डाल दें, उनके कदम नहीं रुकेंगे.

ये भी पढ़ें-असदुद्दीन ओवैसी ने रांची में जनसभा को किया संबोधित, केंद्र और राज्य सरकार पर किए तीखे प्रहार

मॉब लिंचिंग को बताया रघुवर राज का भय

उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है और रघुवर सरकार के 5 साल के कार्यकाल में सबसे ज्यादा झारखंड में ही मॉब लिंचिंग की घटना हुई है. यहां तक कि मां भी अपने बच्चे को लेकर घर से निकलने में डर रही है. उन्होंने कहा कि अगर बच्चा रोता है तो लोग बच्चा चोर समझकर उसे ही मार डालेंगे. इससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि जनता भयभीत है और इस भय को पैदा करने की जिम्मेदारी बीजेपी सरकार की है. उन्होंने सीएनटी एसपीटी एक्ट संशोधन के मामले पर भी सरकार को घेरते हुए कहा कि इसके विरोध करने पर कभी देशद्रोही बनाए दिया जाता है तो कभी मौत के घाट उतार दिया जाता है. उन्होंने कहा कि सरकार आतंक का पर्याय बन गई है.

कहीं न कहीं आतंक के माहौल के लिए सरकार जिम्मेदार है, लेकिन जेवीएम पार्टी हक की आवाज उठाती रहेगी. चाहे गोलियां ही क्यों ना बरसाई जाए, जेवीएम राज्य में अमन चैन लाने के लिए हमेशा तत्पर रहेगी.

ये भी पढ़ें-विधानसभा चुनाव 2019: बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र से जानकी प्रसाद यादव का रिपोर्ट कार्ड

जेवीएम सरकार आई तो होगा न्याय

उन्होंने तबरेज मॉब लिंचिंग मामले पर भी रघुवर सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य में अमन चैन खत्म हो गया है. अगर जेवीएम सरकार आएगी तो दोषियों और अपराधियों को सबसे पहले जेल में डालेगी. जिससे राज्य की भोली-भाली जनता अमन-चैन के साथ गुजर बसर कर सके. उन्होंने कहा कि बीजेपी की डबल इंजन की सरकार होते हुए भी पिछले 5 सालों में राज्य में भूख से दो दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है. देश चंद्रमा और मंगल ग्रह पर जाने की तैयारी कर रहा है, लेकिन झारखंड में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ है.

वहीं, आंगनबाड़ी सेविका सहायिका के ऊपर लाठीचार्ज किए जाने की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार से कोई उम्मीद करना बेकार है. सरकार को यहां की जनता की समस्याओं की कोई चिंता नहीं है.

सरकार बनी तो होगा विकास

बाबूलाल मरांडी ने कृषि आशीर्वाद योजना को लेकर रघुवर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि कई गांवों का दौरा करने पर इस योजना के तहत मिलने वाले राशि की जानकारी ली गई, लेकिन अधिकतर गांव में महज 10 लोगों को ही इन योजनाओं के तहत राशि मिली है. ऐसे में किसानों को खैरात की जरूरत नहीं है. अगर जेवीएम जीत कर आती है तो 5 साल के अंदर खेतों तक पानी पहुंचा दिया जाएगा. किसानों को रुपए नहीं बल्कि उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया करा दी जाएगी. जिससे वह खेती कर सके. वहीं, उन्होंने कहा कि अगर 2019 में जनता सहयोग देगी तो राज्य में विस्थापन की समस्या को 2 सालों में ही खत्म कर दिया जाएगा. रघुवर सरकार कारपोरेट घरानों के इशारे पर चल रही है. जिस वजह से इनके राज में राज्य का विकास होना संभव नहीं है.

ये भी पढ़ें-रांची: असदुद्दीन ओवैसी को देखने उमड़ी भीड़, बारिश ने कार्यक्रम में डाला खलल

जेवीएम का सिंबल कंघी हर किसी को संवारेगा

उन्होंने जनादेश समागम में आए कार्यकर्ताओं से निवेदन करते हुए कहा कि जो भी जिम्मेदारी दी गई है. बस उसे वह पूरा करें. जिससे संगठन मजबूत हो, उन्होंने कहा कि संगठन में कोई भी फेरबदल नहीं होगी. इससे संगठन कमजोर होगी. उन्होंने इस समागम में आए कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि पार्टी का सिंबल कंघी है और कंघी हर किसी को संवारने का काम करता है. ऐसे में जब वह इस जनादेश समागम से गांव वापस जाएं तो कंघी लेकर जाएं. चाहे कोई भी त्यौहार हो जेवीएम बन कर ही मनाएं और जब वापस जाएं तो आराम नहीं करें, बल्कि विधानसभा चुनाव में महज कुछ महीने बचे हैं, इसकी तैयारी में पूरी ताकत लगाए और जनता के बीच कंघी लेकर जाए.

Intro:
नोट- विजुअल बाइट लाइव यू से गई है।

रांची.झारखंड विकास मोर्चा ने निर्धारित कार्यक्रम के तहत 25 सितंबर बुधवार को धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में जनादेश समागम का आयोजन किया। जहां पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने बिना सिपहसालार के अकेले ही ताल ठोक कर चुनाव का शंखनाद किया है। उन्होंने दावा किया कि अगर उनकी सरकार बनाने में जनता सहयोग देगी तो राज्य के विकास की गाड़ी महज 2 साल में ही दौड़ने लगेगी।


Body:उन्होंने जनादेश समागम के माध्यम से पार्टी का शक्ति प्रदर्शन किया और जनता के बीच संदेश देते हुए चुनाव में उनके सहयोग से जीत का दावा किया है। उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार के जेवीएम और बाबूलाल मरांडी को समाप्त करने के इरादे कभी पूरे नही होंगे। क्योंकि बाबूलाल मरांडी कोई दीवार नही बल्कि झारखंड के लोगों के दिलों में बसता है।उसे मिटाना और पार्टी को खत्म करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इस जनादेश समागम में आये जनसैलाब ने यह संदेश दे दिया है कि विरोधी दल चाहे जितना भी प्रयास करले बाबूलाल मरांडी को नहीं मिटाया जा सकता। उन्होंने कहा कि जनता ने जिस तरह से जनादेश समागम में आकर हमारा सहयोग किया है हम विश्वास दिलाते हैं कि यही सहयोग अगर विधानसभा चुनाव में मिला तो पार्टी निश्चित रूप में जीत हांसिल करेगी। उन्होंने दावा किया कि 19 वर्षों में झारखंड की जिन समस्याओं को दूर नहीं किया जा सका है।अगर जेवीएम की सरकार बनती है। तो महज 2 साल में ही समस्याओं का समाधान किया जाएगा।


उन्होंने कहा कि जेवीएम की शुरुआत वर्ष 2006 में भय,भूख, भ्रष्टाचार,गरीबी और बेरोजगारी जैसी समस्याओं को मिटाने के लिए हुई थी। झारखंड को बने 19 वर्ष हो गए 13 वर्षों तक जेवीएम की यात्रा उत्तल पुथल भरी रही। लेकिन हमने सफलतापूर्वक यह 13 वर्ष पूरे किए ।इस दौरान जेवीएम ही एक ऐसी पार्टी रही। जिसने सड़क से लेकर सदन तक जनहित के मुद्दों को लेकर पुरजोर तरीके से संघर्ष किया। लेकिन रघुवर सरकार राज्य की समस्याओं को खत्म करने की जगह जेवीएम को ही समाप्त करना चाहती है। यही वजह है कि बीजेपी की सरकार आने के बाद जेवीएम के नेताओं को जेल भेज दिया जा रहा है। लेकिन जेवीएम के लोग कफन बांधकर निकले हैं। चाहे लाठी चले या गोली चले या फिर सरकार जेल में डाल दें। हमारे कदम नहीं रुकेंगे।

उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है और रघुवर सरकार के 5 साल के कार्यकाल में सबसे ज्यादा झारखंड में ही मॉब लिंचिंग की घटना हुई है। यहां तक की मां भी अपने बच्चे को लेकर घर से निकलने में डर रही है। क्योंकि अगर बच्चा रोता है। तो लोग बच्चा चोर समझकर उसे ही मार डालेंगे। इससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि जनता भयभीत है और इस भय को पैदा करने की जिम्मेदारी बीजेपी सरकार की है। उन्होंने सीएनटी एसपीटी एक्ट संशोधन के मामले पर भी सरकार को घेरते हुए कहा कि इसके विरोध करने पर कभी देशद्रोही बनाए दिया जाता है तो कभी मौत के घाट उतार दिया जाता है। ऐसा लगता है कि सरकार आतंक का पर्याय बन गई है। कहीं ना कहीं आतंक के माहौल के लिए सरकार जिम्मेवार है।लेकिन जेवीएम पार्टी हक की आवाज उठाती रहेगी।चाहे गोलियां ही क्यों ना बरसाई जाए। जेवीएम राज्य में अमन चैन लाने के लिए हमेशा तत्पर रहेगी।

उन्होंने तबरेज मॉब लिंचिंग मामले पर भी रघुवर सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य में अमन चैन खत्म हो गया है। अगर हमारी सरकार आएगी तो दोषियों और अपराधियों को सबसे पहले जेल में डालेगी।ताकि राज्य की भोली-भाली जनता अमन-चैन के साथ गुजर बसर कर सके। उन्होंने कहा कि बीजेपी की डबल इंजन की सरकार होते हुए भी पिछले 5 सालों में राज्य में भूख से दो दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। देश चंद्रमा और मंगल ग्रह पर जाने की तैयारी कर रहा है। लेकिन झारखंड राज्य में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ है। वही आंगनबाड़ी सेविका सहायिका ऊपर लाठीचार्ज किए जाने की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार से कोई उम्मीद करना बेकार है।क्योंकि सरकार को यहां की जनता की समस्याओं की कोई चिंता नहीं है।




Conclusion:वहीं कृषि आशीर्वाद योजना को लेकर रघुवर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि कई गांव में दौरा करने पर इस योजना के तहत मिलने वाले राशि की जानकारी ली गई। लेकिन अधिकतर गांव में महज 10 लोगों को ही इन योजनाओं के तहत राशि मिली है। ऐसे में किसानों को खैरात की जरूरत नहीं है। अगर जेवीएम जीत कर आती है तो 5 साल के अंदर खेतों तक पानी पहुंचा दिया जाएगा। किसानों को रुपए नहीं बल्कि उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया करा दी जाएंगी। ताकि वह खेती कर सके वहीं उन्होंने कहा है कि अगर 2019 में जनता सहयोग देगी तो राज्य में विस्थापन की समस्या को 2 वर्षों में ही खत्म कर दिया जाएगा। क्योंकि रघुवर सरकार कारपोरेट घरानों के इशारे पर चल रही है। इसलिए इनके राज में राज्य का विकास होना संभव नहीं है।


वहीं उन्होंने जनादेश समागम में आए कार्यकर्ताओं से निवेदन करते हुए कहा कि जो भी जिम्मेदारी दी गई है। बस उसे वह पूरा करें। ताकि संगठन मजबूत हो।साथ ही उन्होंने कहा कि संगठन में कोई भी फेरबदल नहीं होगी। बल्कि जहां संगठन कमजोर होगी। उसे दूर किया जाएगा। उन्होंने इस समागम में आए कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि पार्टी का सिंबल कंघी है और कंघी हर किसी को संवारने का काम करता है। ऐसे में जब वह इस जनादेश समागम से गांव वापस जाएं तो कंघी लेकर जाएं। चाहे कोई भी त्यौहार हो जेवीएम बन कर ही मनाएं और जब वापस जाएं तो आराम नहीं करें। बल्कि विधानसभा चुनाव में महज कुछ महीने बचे हैं। इसकी तैयारी में पूरी ताकत लगाए और जनता के बीच कंघी लेकर जाए।
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