रांची: झारखंड में जल्द ही विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से जनता से कनेक्टिविटी बनाने का कार्यक्रम चला रहे हैं. वहीं, जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी का भी अंदाज बदला बदला नजर आ रहा है.
जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी अपने कार्यक्रम में पारंपरिक परिधान पहने नजर आए. किसी भी कार्यक्रम से पहले जिस तरह से पारंपरिक आदिवासी रीति रिवाज में पाहन द्वारा पूजा अर्चना की जाती है, बाबूलाल मरांडी भी रीति रिवाज के अनुसार ही कार्यक्रम की शुरुआत कर रहे हैं. मंगलवार को धुर्वा के प्रभात तारा मैदान जेवीएम सुप्रीमो भी कुछ इस तरह ही पहुंचे, जहां 25 सितंबर को पार्टी द्वारा 'आहूत जनादेश समागम' का आयोजन होना है. इसी को लेकर जेवीएम सुप्रीमो ने आयोजन स्थल पर आदिवासी रीति रिवाज के साथ भूमि पूजन कर झंडा गड़ी की पारंपरिक प्रथा को पूरा किया.
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माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव 2019 को लेकर लोकल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए पारंपरिक परिधान और रीति रिवाज को जेवीएम सुप्रीमो इन दिनों अपना रहे हैं. बाबूलाल मरांडी हर कार्यक्रम में धोती कुर्ता में नजर आ रहे हैं. बाबूलाल मरांडी ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य की जनता से अपील की है कि 19 सालों तक जनता ने यहां के सभी राजनीतिक दलों को परखा है, लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव 2019 में जनता सही फैसला ले, ताकि राज्य में विकास की गति तेज हो सके. उन्होंने कहा कि झारखंड के नवनिर्माण के लिए झंडा गाड़ कर आधारशिला रखी गई है और जनादेश समागम के बाद जनता के बीच पार्टी जाएगी.