रांची: बीजेपी में 'घर वापसी' के हफ्ते भर में पार्टी के विधायक दल के मुखिया बनने के बाद बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वह एक साधारण कार्यकर्ता की भूमिका में रहना चाहते थे. सोमवार को बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर में आयोजित विधायक दल की बैठक में बोलते हुए मरांडी ने कहा कि दरअसल वह पार्टी में जिम्मेदारी लेने से परहेज कर रहे थे. लेकिन बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें नेता विधायक दल बनाने का निर्णय लिया.
सभी विधायक रहे मौजूद
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 14 वर्षों तक वह घूमते रहे लेकिन वह कहीं गए नहीं. मरांडी के कहा चूंकि वह बरसों से बाहर लड़ते रहे और बीजेपी ने उन्हें जो जिम्मेदारी दी है, उसे पूरा करने में सबका सहयोग चाहिए. मरांडी ने आगे कहा कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को उन्होंने साफ कहा था कि उन्हें किसी बंधन में न बांधें. उन्हें स्वतंत्र छोड़ दिया जाए ताकि वह एक कार्यकर्ता की तरह काम करते रहे. उन्होंने आगे कहा कि उनकी पूरी ऊर्जा अब बीजेपी के प्रचार-प्रसार में लगी रहेगी और उनकी पूरी कोशिश होगी कि पार्टी को और मजबूत बनाएं. इस मौके पर पार्टी के एक विधायक ढुल्लू महतो को छोड़ बाकी सब मौजूद रहे.
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17 फरवरी को हुआ था जेवीएम का विलय
वहीं पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर, राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह, पी मुरलीधर राव समेत प्रदेश के पदाधिकारी भी मौजूद रहे. बता दें कि झारखंड विकास मोर्चा का बीजेपी में औपचारिक विलय 17 फरवरी को राजधानी के धुर्वा स्थित जगन्नाथपुर मैदान में हुआ है. पार्टी के विलय को लेकर आयोजित मिलन समारोह में देश के गृहमंत्री अमित शाह समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे.