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बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन को लिखा पत्र, कहा- आवास आवंटन में अधिकारी कर रहे हैं भेदभाव - झारखंड में आवास आवंटन में भेदभाव

बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने आवास आवंटन में अधिकारी के भेदभाव करने की बात का जिक्र किया है.

Babu Lal Marandi wrote a letter to CM Hemant Soren in ranchi
बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन को लिखा पत्र
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Published : Jun 12, 2020, 3:40 PM IST

रांची: बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने शुक्रवार को सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि राज्य में मंत्रियों और विधायकों के आवास आवंटन में अधिकारी असमानता बरत रहे हैं. आवास आवंटन में नियम कानून को पूरी तरह से ताक पर रखकर आवंटन में भेदभाव किया जा रहा है.

मरांडी ने कहा कि अधिकारियों द्वारा आवास आवंटन में जो रवैया और मापदंड अपनाया जा रहा है वह उचित नहीं है. पहली बार विधायक चुनकर आए लोगों को बड़ा आवास दिया जा रहा है जबकि वरिष्ठ और दो और तीन बार विधायक बने जनप्रतिनिधियों को निम्न श्रेणी का आवास आवंटित किया जा रहा है. बाबू लाल मरांडी ने कहा कि कुछ नए विधायकों को मंत्री स्तर तक का आवास दिया जा रहा है. आवास आवंटन का एक नियम बना है, लेकिन उसका पालन नहीं हो रहा है. मरांडी ने कहा कि पुरानी सरकार के द्वारा भी इस मामले में भेदभाव नहीं किया गया. इस मामले में पूर्वाग्रह और दलगत भावना से ऊपर उठकर निर्णय होना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों को अलग-अलग चश्मे से देखने के बजाय वरीयता का मापदंड बनाना चाहिए.

पढ़ें:बाबूलाल मरांडी ने लिखा सीएम हेमंत सोरेन को पत्र, सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को स्मार्टफोन देने की मांग की

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि अगर इसे समय पर हल नहीं किया गया तो आगे चलकर यह असंतोष का मुद्दा बनेगा. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो भाजपा पार्टी स्तर पर और विधानसभा सत्र में इसका जोरदार विरोध करेगी. मरांडी ने कहा कि जो पुराने विधायक जीत कर आए हैं उन्हें डिस्टर्ब नहीं किया जाए. साथ ही जो आदर्श परंपरा चली आ रही है उसे निभाया जाए. बता दें, आवास विभाग फिलहाल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास है.

रांची: बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने शुक्रवार को सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि राज्य में मंत्रियों और विधायकों के आवास आवंटन में अधिकारी असमानता बरत रहे हैं. आवास आवंटन में नियम कानून को पूरी तरह से ताक पर रखकर आवंटन में भेदभाव किया जा रहा है.

मरांडी ने कहा कि अधिकारियों द्वारा आवास आवंटन में जो रवैया और मापदंड अपनाया जा रहा है वह उचित नहीं है. पहली बार विधायक चुनकर आए लोगों को बड़ा आवास दिया जा रहा है जबकि वरिष्ठ और दो और तीन बार विधायक बने जनप्रतिनिधियों को निम्न श्रेणी का आवास आवंटित किया जा रहा है. बाबू लाल मरांडी ने कहा कि कुछ नए विधायकों को मंत्री स्तर तक का आवास दिया जा रहा है. आवास आवंटन का एक नियम बना है, लेकिन उसका पालन नहीं हो रहा है. मरांडी ने कहा कि पुरानी सरकार के द्वारा भी इस मामले में भेदभाव नहीं किया गया. इस मामले में पूर्वाग्रह और दलगत भावना से ऊपर उठकर निर्णय होना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों को अलग-अलग चश्मे से देखने के बजाय वरीयता का मापदंड बनाना चाहिए.

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बाबूलाल मरांडी ने कहा कि अगर इसे समय पर हल नहीं किया गया तो आगे चलकर यह असंतोष का मुद्दा बनेगा. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो भाजपा पार्टी स्तर पर और विधानसभा सत्र में इसका जोरदार विरोध करेगी. मरांडी ने कहा कि जो पुराने विधायक जीत कर आए हैं उन्हें डिस्टर्ब नहीं किया जाए. साथ ही जो आदर्श परंपरा चली आ रही है उसे निभाया जाए. बता दें, आवास विभाग फिलहाल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास है.

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