रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले पर हमले के मुख्य आरोपी भैरव सिंह ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया. वहीं इस मामले में एक ऑडियो की वायरल होने से राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है. आरोपी भैरव सिंह के भाई शक्ति सिंह ने सुखदेव नगर थाना प्रभारी सुनील तिवारी का एक ऑडियो जारी किया है, जिसमें थानेदार सख्त तेवर दिखाते हुए भैरव सिंह को लेकर धमकी दे रहे हैं, हालांकि रांची के सिटी एसपी सौरभ ने ऐसे किसी भी ऑडियो के बारे में जानकारी होने से साफ इंकार किया है.
क्या है ऑडियो में
4 जनवरी को रांची के किशोरगंज इलाके में सीएम के काफिले को रोका गया था, जिसके बाद जबरदस्त हंगामा हुआ था. काफिले पर पथराव को लेकर भैरव सिंह नाम के युवक को मुख्य साजिशकर्ता बताया गया था. इस दौरान सुखदेव नगर थाना प्रभारी सुनील तिवारी ने भैरव सिंह के भाई शक्ति सिंह को फोन किया था. फोन पर उन्होंने भैरव सिंह को जल्द से जल्द सरेंडर करने की बात कही थी. थानेदार ने शक्ति सिंह को फोन पर यह भी कहा कि वह अभी उनको नहीं जानता है. वे 50 से अधिक लोगों की हत्या कर चुके हैं. जल्द ही भैरव सिंह का भी लाभ मिलेगा. थानेदार के इस धमकी के बाद शक्ति सिंह ने थानेदार को जमकर खरी-खोटी सुनाई. ईटीवी भारत इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है.
सिटी एसपी ने किया इनकार
वहीं वायरल ऑडियो को लेकर जब रांची के सिटी एसपी सौरभ से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि ऐसा कोई ऑडियो वायरल हुआ है.
थानेदार ने भी किया इनकार
ईटीवी भारत की टीम से बात करते हुए सुखदेव नगर थाना प्रभारी सुनील तिवारी ने भी कहा कि वह भैरव के गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रहे थे, लेकिन उन्होंने भैरव के भाई को फोन पर किसी भी तरह की धमकी नहीं दी है.
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बाबूलाल ने किया मामले में ट्वीट
इस मामले को लेकर राजनीति भी गरमा गई है. बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने ऑडियो को लेकर रांची के सीनियर एसपी को संज्ञान लेने को कहा है. बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि भैरव सिंह को रिमांड पर लिया गया है, उनके साथ कोई वारदात होता है तो इसके लिए पुलिस के आला अधिकारी जिम्मेदार माने जाएंगे, कहीं ऐसा ना हो कि पुलिस का यह खतरनाक खेल हेमंत सरकार के लिए ताबूत का कील बन जाए.
कोर्ट जाने की तैयारी
वहीं ऑडियो वायरल होने के बाद भैरव सिंह के परिजन इसे लेकर कोर्ट जाने की तैयारी में हैं. भैरव सिंह के आत्मसमर्पण के बाद भी परिजनों ने पुलिस प्रताड़ना की आशंका जताई थी.