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कन्या पूजन के साथ हुई अष्टमी पूजा, महागौरी की आराधना में लीन दिखे श्रद्धालु

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Published : Oct 6, 2019, 1:48 PM IST

नवरात्रि में अष्टमी का खास महत्व होता है. इस दिन कई लोग कन्याओं को भोजन कराकर अपना व्रत खोलते हैं. मां के महागौरी स्वरूप की आराधना की जाती है. रांची में पारंपरिक रीति रिवाज से पूजा होने वाले अधिकतर मंदिरों में कन्या पूजन का अनुष्ठान सम्पन्न कराया गया. दुर्गा बाड़ी के अलावे देश प्रिय क्लब में भी कन्या पूजन कर मां शक्ति की आराधना की गई.

कन्या पूजन के साथ हुई अष्टमी पूजा

रांची: नवरात्रि में आठवें दिन माता के महागौरी स्वरूप की पूजा का विधान है. जैसा कि नाम से ही प्रतीत है. इनका रूप पूरी तरह गौर वर्ण का है. इनको उपमा, शंख, चंद्र और कुंद के फूल से दी गई है. इनकी आयु 8 साल की मानी गई है.

देखें पूरी खबर

इनके सभी आभूषण और वस्त्र सफेद हैं, इसलिए उन्हें श्वेतांबरधरा भी कहा जाता है. इनकी चार भुजाएं और वाहन वृषभ है. इन्हें वृषारूढ़ा के नाम से भी जाना जाता है. आज अष्टमी पूजा के मौके पर रांची के तमाम मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना हुई.

ये भी देखें- बहरागोड़ा में एक बार फिर गरजे गजराज, घरों और दुकानों को किया क्षतिग्रस्त

मां देवी की आराधना की गई. इस दौरान कन्या पूजन भी पूरे विधि विधान के साथ सम्पन्न कराया गया. रांची के दुर्गा बाड़ी समेत कई पूजा पंडालों में अनुष्ठान सम्पन्न कराया गया. पुष्पांजलि के मौके पर तमाम मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और जयकारे के साथ मां भवानी की अष्टमी पूजन सम्पन्न हुई.

रांची: नवरात्रि में आठवें दिन माता के महागौरी स्वरूप की पूजा का विधान है. जैसा कि नाम से ही प्रतीत है. इनका रूप पूरी तरह गौर वर्ण का है. इनको उपमा, शंख, चंद्र और कुंद के फूल से दी गई है. इनकी आयु 8 साल की मानी गई है.

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इनके सभी आभूषण और वस्त्र सफेद हैं, इसलिए उन्हें श्वेतांबरधरा भी कहा जाता है. इनकी चार भुजाएं और वाहन वृषभ है. इन्हें वृषारूढ़ा के नाम से भी जाना जाता है. आज अष्टमी पूजा के मौके पर रांची के तमाम मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना हुई.

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मां देवी की आराधना की गई. इस दौरान कन्या पूजन भी पूरे विधि विधान के साथ सम्पन्न कराया गया. रांची के दुर्गा बाड़ी समेत कई पूजा पंडालों में अनुष्ठान सम्पन्न कराया गया. पुष्पांजलि के मौके पर तमाम मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और जयकारे के साथ मां भवानी की अष्टमी पूजन सम्पन्न हुई.

Intro:रांची।

नवरात्रि में अष्टमी तिथि का खास महत्व होता है .इस दिन कई लोग कन्याओं को भोजन कराकर अपना व्रत खोलते हैं .मां के महागौरी स्वरूप की आराधना की जाती है .इसी के तहत राजधानी रांची के पारंपरिक रीति रिवाज से पूजा होने वाले अधिकतर मंदिरों में कन्या पूजन का अनुष्ठान संपन्न कराया गया. दुर्गा बाटी के अलावे देश प्रिय क्लब में भी कन्या पूजन कर मां शक्ति की आराधना की गई.


Body:नवरात्रि में आठवें दिन महागौरी शक्ति की पूजा का विधान है. जैसा की नाम से ही प्रतीत है .इनका रूप पूरी तरह गौर वर्ण का है. इनकी उपमा शंख चंद्र और कुंद के फूल से दी गई है .इनकी आयु 8 साल की मानी गई है. इनके सभी आभूषण और वस्त्र सफेद हैं .इसीलिए उन्हें श्वेतांबरधरा भी कहा जाता है .इनकी चार भुजाएं हैं और वाहन वृषभ है .इसलिए वृषारूढ़ा नाम से भी इन्हें जाना जाता है और आज अष्टमी पूजा के मौके पर राजधानी रांची के तमाम मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना हुई .मां देवी की आराधना की गई .इस दौरान कन्या पूजन भी पूरे विधि विधान के साथ संपन्न कराई गई. राजधानी रांची के दुर्गा बाड़ी समेत कई पूजा पंडालों में अनुष्ठान संपन्न कराया गया....


Conclusion:पुष्पांजलि के मौके पर तमाम मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी जयकारे के साथ मां भवानी की अष्टमी पूजन संपन्न हुई.....
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