रांचीः राजधानी के बुढ़मू थाना क्षेत्र के सड़ाम गांव के पास कुछ अज्ञात हथियारबंद अपराधियों ने तालाब निर्माण में लगे चार वाहनों को आग के हवाले कर दिया है. गुरुवार की देर रात इस वारदात को अंजाम दिया गया है. आशंका है कि टीपीसी के उग्रवादियों के द्वारा इस आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. किसी भी उग्रवादी संगठन ने पर्चा नहीx छोड़ा है ओर ना ही जिम्मेवारी ली है. जानकारी के अनुसार ठेकेदार मनोज कुमार साहू को कुछ दिन पूर्व धमकी मिली थी. जिसकी शिकायत ठेकेदार ने प्रशासन से की थी.
छोटे हथियार से लैश थे उग्रवादीः मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की देर रात 5 से 6 की संख्या में हथियारबंद युवक सड़ाम गांव पहुंचे. आते ही उन्होंने कंस्ट्रक्शन कंपनी के स्टाफ और मुंशी को हथियार के बल पर अपने कब्जे में ले लिया. कुछ स्टाफ की डंडे से पिटाई भी की गई. पिटाई करने के बाद मौके पर मौजूद कंस्ट्रक्शन कंपनी के मुंशी से उग्रवादियों ने डीजल मांगा और फिर उसी डीजल से तालाब निर्माण में लगे चार वाहनों, जिनमे हाईवा और पोकलेन शामिल है उनको आग के हवाले कर दिया. कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारियों ने बताया कि सभी हथियारबंद युवक पैदल ही आए थे. आगजनी के बाद उन्होंने सबको गोली मारने की धमकी दी और फिर वहां से सभी चले गए.
टीपीसी ने टेंडर लेने से किया था मनाः दरअसल रांची के बुढ़मू थाना क्षेत्र के सड़ाम गांव में सांसद प्रतिनिधि मनोज साव के द्वारा तालाब और छठ घाट का निर्माण किया जा रहा था. टेंडर निकलने से पहले ही टीपीसी उग्रवादियों के द्वारा मनोज को यह धमकी दी गई थी कि वे टेंडर ना डालें. इस मामले को लेकर थाने में मनोज के द्वारा प्राथमिकी भी दर्ज करवाई गई थी. मिली जानकारी के अनुसार तालाब निर्माण में चल रहे कार्य को लेकर तीन दिनों से मनोज के मुंशी को धमकी भी दी जा रही थी लेकिन इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी गई.
उग्रवादियों की तलाश जारीः वहीं मामले की जानकारी मिलने पर रांची पुलिस के द्वारा उग्रवादियों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जा रहा है. हालांकि अभी तक इस मामले में पुलिस को कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी है. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस घटना में कहीं लोकल अपराधियों का तो हाथ नहीं है. हालांकि टीपीसी के द्वारा मिली धमकी को भी पुलिस ध्यान में रखकर जांच कर रही है.