रांचीः राजधानी के दीपाटोली स्थित आर्मी कैंट में अपनी पत्नी की हत्या करने वाला फौजी देशपाल अठावले पुलिस की गिरफ्त से तीसरे दिन भी फरार रहा. इधर रविवार को मनीषा के पिता-मां और भाई रांची पहुंचे. परिजनों ने मिलकर रिम्स के शीत गृह से शव निकलवाया. इसके बाद शव और उनके दोनों बच्चों को लेकर महाराष्ट्र के तारापुर चले गए. हालांकि परिजनों ने पति-पत्नी के रिश्ते के बारे में कोई जानकारी नहीं दी.
मां-बाप को खोजते रहे बच्चे
शुक्रवार से ही मनीषा की हत्या के बाद उनकी 11 साल की बेटी और आठ साल का बेटा मां-बाप की तलाश कर बिलखते रहे. दोनों बच्चे आर्मी के अधिकारियों से कहते रहे मम्मी से मिलवा दो, पापा को बुलवा दो. दोनों मासूमों को बड़ी मुश्किल से संभाला गया. जब बच्चों के नाना-नानी रांची पहुंचे, तो बच्चे उनसे लिपटकर रोने लगे. रविवार को आर्मी के अधिकारियों ने फ्लाइट की व्यवस्था कराई. इसके बाद फ्लाईट से ही शव और बच्चों को लेकर महाराष्ट्र चल जाया गया.
गला घोंटकर और चाकू से कर दी थी हत्या
बीते एक अगस्त की देर रात दीपाटोली आर्मी कैंट के जवान देशपाल अठावले का अपनी पत्नी मनीषा से झगड़ा हुआ था. जिसके बाद उसने अपनी पत्नी का गला घोंटकर हत्या कर दी थी. बदन में चाकू के जख्म भी दिए. बेरहमी से पत्नी को लात-घूसों से भी मारा था. इसके बाद शव को बेड के नीचे डालकर सुबह के समय फरार हो गया. जाते-जाते उसने अपने बच्चों से कहा था कि सुबह 10 बजे तक किसी को नहीं बताना, वरना पापा को जेल हो जाएगी. हत्या का आरोपी जवान देशपाल अठावले महार-8 रेजिमेंट में पदस्थापित था.
ये भी पढ़ें- क्या इस्तीफे की दौर से घबराई महानगर कांग्रेस? कमिटी भंग कर पुनर्गठन का प्रस्ताव पारित
बीआइटी के पास एटीएम से निकाला था दस हजार
देशपाल अठावले अपनी पत्नी को मारकर कैंट परिसर के अधिकारियों से बेटी की बीमारी का बहाना बनाकर निकला था. उसने अधिकारियों और सहकर्मियों से कहा था कि उसकी बेटी बीमार है. उसका इलाज कराने के लिए एटीएम से पैसे निकालना है. एटीएम से रुपये निकालने का नाम से वह स्कूटी लेकर निकला था. बीआइटी मेसरा गेट के पास स्थित एटीएम से 10 हजार रुपये की निकासी भी की थी. इसके बाद से उसका मोबाइल बंद है. लोकशन भी ट्रेस नहीं हो पा रहा है. सेना के अधिकारी भी उसकी तलाश में जुटे हैं.
वहीं, मामले को लेकर रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि फरार फौजी की गिरफ्तारी के प्रयास किया जा रहे हैं. उसकी गिरफ्तारी के लिए फौज और रांची पुलिस दोनों प्रयास कर रही.