रांचीः झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के तहत संचालित बीआईटी सिंदरी में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति प्रक्रिया वर्ष 2017 से लंबित है. चाल साल बाद 18 मार्च 2021 को जेपीएससी ने सफल सात अभ्यर्थियों की नियुक्ति से संबंधित अनुशंसा विभाग को भेज दिया. इसके बावजूद छह माह से चयनित अभ्यर्थी योगदान नहीं कर सके हैं.
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वर्ष 2017 में विभिन्न विश्वविद्यालयों के साथ-साथ झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी की ओर से संचालित बीआईटी सिंदरी में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू की गई थी. झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) ने मार्च 2021 में चयनित अभ्यर्थियों की सूची उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग को भेज दी, ताकि शीघ्र नियोजन की प्रक्रिया पूरी की जा सके. लेकिन, अब तक चयनित अभ्यर्थी असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर योगदान नहीं दे सके हैं. चयनित अभ्यर्थी योगदान की आस में बैठे हैं. इन अभ्यर्थियों का कहना है कि कछुए की चाल से सरकार चल रही है और उच्च शिक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है.
बैक लॉग नियुक्ति का मामला
सभी अभ्यर्थी बैक लॉग नियुक्ति के तहत चयनित किए गए हैं. इसके लिए 2017 में विज्ञापन निकाला गया था. 2019 में इनका इंटरव्यू हुआ और फिर 2021 में रिजल्ट प्रकाशित किया गया. इसके बाद जेपीएससी ने सफल अभ्यर्थियों से संबंधित तमाम डॉक्यूमेंट उच्च शिक्षा विभाग को भेज दिया, जो अधर में लटका है. विभागीय अधिकारियों ने बताया कि चयनित अभ्यर्थियों का वेरिफिकेशन हो गया है और शीघ्र ही नियुक्ति की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी.
इनकी हुई है नियुक्ति की अनुशंसा
- प्रोडक्शन इंजीनियरिंग में दोः- अभिषेक राज और मनोवर हुसैन
- टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में तीनः- मनीषा रानी टोप्पो, कमलेश किशोर और प्रवीण कुमार साहू
- माइनिंग इंजीनियरिंग में एकः सुमन हेस्सा
- इंफॉर्मेशन इंजीनियरिंग में एकः- विजय कुमार बेसरा की अनुशंसा उच्च शिक्षा विभाग से की गई है.