रांचीः रांची विश्वविद्यालय के 22 विभागों में एडमिशन के लिए अभी भी प्रक्रियाएं चल रही हैं. चांसलर पोर्टल के जरिए इस बार नामांकन लिए जा रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की ओर से अब तक नामांकन नहीं लिया जा सका है. नेटवर्क की कमी के कारण अभी भी विद्यार्थियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इधर विश्वविद्यालय ने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन को लेकर एंटी रैगिंग सर्टिफिकेट जमा करने का भी निर्देश दिया है.
एंटी-रैगिंग सर्टिफिकेट अनिवार्य
रांची विश्वविद्यालय की ओर से पीजी विभागों में नामांकन को लेकर प्रक्रियाएं की जा रही है. 30 जनवरी तक डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की तिथि निर्धारित की गई है. पहले चरण और पहले मेरिट लिस्ट के आधार पर नामांकन लिए विद्यार्थियों का भी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन शुरू किया गया है. रांची विश्वविद्यालय ने एंटी-रैगिंग सर्टिफिकेट को भी अनिवार्य किया है. तमाम कागजातों के साथ एंटी-रैगिंग सर्टिफिकेट भी विश्वविद्यालय प्रबंधन को विद्यार्थियों की ओर से मुहैया कराना है. इसके तहत कहा गया है कि एंटी-रैगिंग सर्टिफिकेट विद्यार्थियों को नोटरी स्टैंप पेपर में एफिडेविट करके देना है. एंटी-रैगिंग सर्टिफिकेट की दो कॉपी बनानी होगी. जिसमें एक कॉपी अभिभावक की ओर से लिखित होगा तो दूसरी कॉपी विद्यार्थी की ओर से. इसमें कंटेंट के तौर पर विद्यार्थी को लिखना होगा कि किसी तरह के रैगिंग एक्ट में हुए शामिल नहीं होंगे. रैगिंग को रोकने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से यूजीसी की गाइडलाइन के आधार पर इस नियम को लागू किया गया है.
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रिक्त सीटों पर भी होगा नामांकन
रांची विश्वविद्यालय के 22 विभागों में एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है. 30 जनवरी तक प्रथम चरण के नामांकन लिए जाने के बाद रिक्त सीटों पर भी नामांकन लिया जाना है. डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए स्टूडेंट के रजिस्टर्ड ईमेल पर विश्वविद्यालय की ओर से जानकारी भेजी गई है. वहीं जिन विभागों में नामांकन पूरे हुए हैं, उन विभागों में ऑनलाइन क्लासेस शुरू करने की पहल विश्व विद्यालय प्रबंधन की ओर से कर दी गई है.