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Crime Report: बेटी-बहू पर थी बुरी नजर, इसलिए की हत्या, ठिकाने लगाने के लिए 10 टुकड़ों में काटी लाश - Anjan Das murdered in Pandav Nagar

पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर में अंजन दास को पत्नी और बेटे ने ही मौत के घाट उतार (Anjan Das was murdered by his wife and son in pandav nagar) दिया. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि अंजन की सौतेली बेटी और बहू पर बुरी नजर थी, इस कारण उसके मौत की साजिश रची गई. अंजन की शराब में नींद की गोली मिलाकर बेहोश किया गया, फिर उसकी हत्या कर दी गई. पढ़िए हत्याकांड के पीछे की साजिश की पूरी कहानी...

Anjan Das was murdered by his wife and son
Anjan Das was murdered by his wife and son
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Published : Nov 28, 2022, 9:42 PM IST

नई दिल्लीः पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर इलाके में तकरीबन छह महीने पहले मिली मानव अंग की गुत्थी को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सुलझा लिया है, जिसमें पत्नी ने बेटे के साथ मिलकर अंजन दास की हत्या कर दी थी और शव को 10 टुकड़ों में करके फ्रिज में रख दिया था. आरोपियों से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि अंजन दास की सौतेली बेटी और बहू पर बुरी नजर थी, इस कारण उसके मौत की साजिश रची गई. (Anjan Das was murdered by his wife and son in pandav nagar)

आरोपी पूनम देवी (48) मूल रूप से झारखंड के देवघर की रहने वाली है. 13 साल की उम्र में उसकी शादी बिहार के आरा जिले के रहने वाले सुखदेव तिवारी से हुई थी. 14 साल की उम्र में उसने एक बेटी को जन्म दिया. उसका पति काम के सिलसिले में दिल्ली आ गया, लेकिन वापस लौटकर नहीं गया. इसलिए साल 1997 में वह अपनी बेटी के साथ उनकी तलाश में दिल्ली आ गईं. जब वह दिल्ली पहुंची तो उसने अपने पति की तलाश की, लेकिन उसका पता नहीं चला.

पांडव नगर हत्याकांड का खुलासा

इसके बाद वह त्रिलोकपुरी निवासी कल्लू से दिल्ली में मिली और उसके साथ रहने लगी. उसे कल्लू से दीपक (सह-आरोपी) नाम का एक बेटा और दो बेटियां हुई. उनकी एक बेटी की चार साल की उम्र में छत से गिरने से मौत हो गई थी. कल्लू शराबी था और कोई काम नहीं करता था. इसके बाद 2011 में वह अंजन दास से मिली, जो लिफ्ट मैकेनिक के रूप में काम करता था और किराए पर इमारत की ऊपरी मंजिल पर रह रहा था. चूंकि कल्लू शराबी था और उस पर ध्यान नहीं देता था, इसलिए वह अंजन दास के करीब हो गई और उसे पसंद करने लगी.

2016 में लीवर फेल होने की वजह से कल्लू की मौत हो गई. इसके बाद वह अंजन दास के साथ रहने लगी. बाद में, उसे पता चला कि अंजन दास पहले से ही शादीशुदा था और उसकी पहली पत्नी से आठ बच्चे (सात बेटियां और एक बेटा) थे. अंजन दास भी काम करना बंद कर दिया और अपनी सारी कमाई अपने खर्चों के लिए पूनम पर आश्रित हो गया. उसने उसके गहने/नकदी चुराकर बिहार में अपनी पहली पत्नी/बच्चों को भेज दी, जिसके चलते उनके बीच कई बार झगड़ा हुआ.

पूनम के बेटे दीपक (25 वर्ष) की शादी 2018 में हुई थी और उसका तीन साल का एक बेटा है और वह कल्याणपुरी में परिवार के साथ रहने लगा. मार्च-अप्रैल 2022 में पूनम को पता चला कि अंजन दास उसकी तलाकशुदा बेटी के साथ-साथ बहू के प्रति भी बुरी नजर रख रहा है. यहां तक कि उसने छेड़छाड़ और बलात्कार का प्रयास भी किया. अंजन दास की गलत आदतों के कारण पूनम और दीपक बहुत गुस्से में आ गए. इसलिए अप्रैल 2022 में उसने अपने बेटे दीपक के साथ अंजन दास को खत्म करने की साजिश रची.



30 मई को दोनों अंजन दास के साथ उसके कमरे में मौजूद थे. उसने अंजन दास को शराब पीने दिया और उसमें नींद की गोलियां भी मिला दीं. दीपक ने पहले से ही उसे मारने के लिए खंजर की व्यवस्था कर ली थी और जब अंजन दास बेहोश हो गया, तो उसने मौके का फायदा उठाया और उसकी गर्दन, छाती और पेट आदि पर खंजर से वार किया.

अंजन दास की हत्या करने के बाद उसके शव को कमरे में रखा और जब अगली सुबह शव से खून निकल गया तो उसने कमरे से खून साफ किया. इसके बाद उसने मृतक के शरीर को कई टुकड़ों में काट दिया. फिर उसे फ्रिज में संरक्षित किया और बाद में उसे अलग-अलग प्लास्टिक बैग में रखा.

ये भी पढ़ेंः पांडव नगर हत्याकांडः पति के सवाल पर उलझी तो शक गहराया, कैसे खुला हत्या का राज पढ़ें

इसके अलावा जब भी दोनों को मौका मिला, उसने उन प्लास्टिक बैगों को रामलीला मैदान और गंदा नाला, न्यू अशोक नगर, दिल्ली के आस-पास फेंक दिया. इसके बाद दोनों ने फिनाइल से कमरे के साथ-साथ रेफ्रिजरेटर को भी साफ किया. इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने के बाद भी पड़ोसियों को कुछ भनक नहीं लगी. पड़ोसियों ने बताया कि अंजन दास का पत्नी से अक्सर झगड़ा होता था, लेकिन इस झगड़े का अंत ऐसा होगा, उनके यकीन नहीं हो रहा है.

नई दिल्लीः पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर इलाके में तकरीबन छह महीने पहले मिली मानव अंग की गुत्थी को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सुलझा लिया है, जिसमें पत्नी ने बेटे के साथ मिलकर अंजन दास की हत्या कर दी थी और शव को 10 टुकड़ों में करके फ्रिज में रख दिया था. आरोपियों से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि अंजन दास की सौतेली बेटी और बहू पर बुरी नजर थी, इस कारण उसके मौत की साजिश रची गई. (Anjan Das was murdered by his wife and son in pandav nagar)

आरोपी पूनम देवी (48) मूल रूप से झारखंड के देवघर की रहने वाली है. 13 साल की उम्र में उसकी शादी बिहार के आरा जिले के रहने वाले सुखदेव तिवारी से हुई थी. 14 साल की उम्र में उसने एक बेटी को जन्म दिया. उसका पति काम के सिलसिले में दिल्ली आ गया, लेकिन वापस लौटकर नहीं गया. इसलिए साल 1997 में वह अपनी बेटी के साथ उनकी तलाश में दिल्ली आ गईं. जब वह दिल्ली पहुंची तो उसने अपने पति की तलाश की, लेकिन उसका पता नहीं चला.

पांडव नगर हत्याकांड का खुलासा

इसके बाद वह त्रिलोकपुरी निवासी कल्लू से दिल्ली में मिली और उसके साथ रहने लगी. उसे कल्लू से दीपक (सह-आरोपी) नाम का एक बेटा और दो बेटियां हुई. उनकी एक बेटी की चार साल की उम्र में छत से गिरने से मौत हो गई थी. कल्लू शराबी था और कोई काम नहीं करता था. इसके बाद 2011 में वह अंजन दास से मिली, जो लिफ्ट मैकेनिक के रूप में काम करता था और किराए पर इमारत की ऊपरी मंजिल पर रह रहा था. चूंकि कल्लू शराबी था और उस पर ध्यान नहीं देता था, इसलिए वह अंजन दास के करीब हो गई और उसे पसंद करने लगी.

2016 में लीवर फेल होने की वजह से कल्लू की मौत हो गई. इसके बाद वह अंजन दास के साथ रहने लगी. बाद में, उसे पता चला कि अंजन दास पहले से ही शादीशुदा था और उसकी पहली पत्नी से आठ बच्चे (सात बेटियां और एक बेटा) थे. अंजन दास भी काम करना बंद कर दिया और अपनी सारी कमाई अपने खर्चों के लिए पूनम पर आश्रित हो गया. उसने उसके गहने/नकदी चुराकर बिहार में अपनी पहली पत्नी/बच्चों को भेज दी, जिसके चलते उनके बीच कई बार झगड़ा हुआ.

पूनम के बेटे दीपक (25 वर्ष) की शादी 2018 में हुई थी और उसका तीन साल का एक बेटा है और वह कल्याणपुरी में परिवार के साथ रहने लगा. मार्च-अप्रैल 2022 में पूनम को पता चला कि अंजन दास उसकी तलाकशुदा बेटी के साथ-साथ बहू के प्रति भी बुरी नजर रख रहा है. यहां तक कि उसने छेड़छाड़ और बलात्कार का प्रयास भी किया. अंजन दास की गलत आदतों के कारण पूनम और दीपक बहुत गुस्से में आ गए. इसलिए अप्रैल 2022 में उसने अपने बेटे दीपक के साथ अंजन दास को खत्म करने की साजिश रची.



30 मई को दोनों अंजन दास के साथ उसके कमरे में मौजूद थे. उसने अंजन दास को शराब पीने दिया और उसमें नींद की गोलियां भी मिला दीं. दीपक ने पहले से ही उसे मारने के लिए खंजर की व्यवस्था कर ली थी और जब अंजन दास बेहोश हो गया, तो उसने मौके का फायदा उठाया और उसकी गर्दन, छाती और पेट आदि पर खंजर से वार किया.

अंजन दास की हत्या करने के बाद उसके शव को कमरे में रखा और जब अगली सुबह शव से खून निकल गया तो उसने कमरे से खून साफ किया. इसके बाद उसने मृतक के शरीर को कई टुकड़ों में काट दिया. फिर उसे फ्रिज में संरक्षित किया और बाद में उसे अलग-अलग प्लास्टिक बैग में रखा.

ये भी पढ़ेंः पांडव नगर हत्याकांडः पति के सवाल पर उलझी तो शक गहराया, कैसे खुला हत्या का राज पढ़ें

इसके अलावा जब भी दोनों को मौका मिला, उसने उन प्लास्टिक बैगों को रामलीला मैदान और गंदा नाला, न्यू अशोक नगर, दिल्ली के आस-पास फेंक दिया. इसके बाद दोनों ने फिनाइल से कमरे के साथ-साथ रेफ्रिजरेटर को भी साफ किया. इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने के बाद भी पड़ोसियों को कुछ भनक नहीं लगी. पड़ोसियों ने बताया कि अंजन दास का पत्नी से अक्सर झगड़ा होता था, लेकिन इस झगड़े का अंत ऐसा होगा, उनके यकीन नहीं हो रहा है.

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