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आंगनबाड़ी सेविकाओं ने धरना स्थल पर ही मनाया जितिया का पर्व, कहा- लिखित आश्वासन के बाद तोड़ेंगे हड़ताल

रांची में अनिश्चितकालिन हड़ताल पर बैठे आंगनबाड़ी-सेविका सहायिका ने धरना स्थल पर ही जितिया का त्योहार मनाया. उनकी मांग है कि जब तक सरकार की ओर से उनके मानदेय बढ़ोतरी को लेकर लिखित आश्वासन नहीं मिलता ये हड़ताल चलता रहेगा.

आंगनबाड़ी सेविकाओं ने धरना स्थल पर ही मनाया जितिया का पर्व
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Published : Sep 22, 2019, 7:22 PM IST

Updated : Sep 22, 2019, 7:53 PM IST

रांची: जितिया व्रत में मां अपने बेटे की लंबी उम्र के लिए व्रत करती है. झारखंड और बिहार के लोग बेहद ही श्रद्धा के साथ इस पर्व को मनाते हैं. इस पर्व के दिन भी आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका धरने पर बैठी रही और राजभवन के सामने ही जितिया पर्व मनाया.

देखें पूरी खबर

मानदेय में बढ़ोतरी की मांग

आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं की मुख्य मांगे हैं कि मानदेय में बढ़ोतरी की जाए. उनका कहना है कि जब तक राज्य सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती तब तक वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगी. आंगनबाड़ी सेविका फुलकियारिया ने कहा कि सरकार की तानाशाही के कारण वे लोग जितिया जैसा पर्व भी राजभवन के सामने मनाने को मजबूर हैं.

ये भी पढ़ें-'हाउडी मोदी' में हिस्सा लेने ह्यूस्टन पहुंचे पीएम मोदी, 50 हजार भारतीय प्रवासियों को करेंगे संबोधित

कमेटी आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं पर नहीं दे रही ध्यान

बता दें कि बीते दिनों आंगनबाड़ी प्रतिनिधिमंडल से मुख्यमंत्री की वार्ता हुई, जिसमें आंगनबाड़ी कर्मचारियों की मुख्य मांग में बढ़ोतरी पर राज्य सरकार ने अपने बजट के आधार पर बढ़ोतरी करने के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी बनाने का आदेश दिया है. जिस पर आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संतुष्ट नजर नहीं आ रही है. उनका कहना है कि मानदेय की बढ़ोतरी के लिए सरकार की कमेटी आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है.

आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं का कहना हैं कि जब तक उन्हें लिखित आश्वासन नहीं मिलता है तब तक वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रहेंगी. वहीं, सरकार ने सभी आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को अल्टीमेटम देते हुए कार्य पर वापस लौटने का निर्देश जारी किया है. बावजूद इसके आंगनबाड़ी सेविका संघ अपनी मांगों को लेकर राजभवन के समक्ष डटे हुए हैं.

रांची: जितिया व्रत में मां अपने बेटे की लंबी उम्र के लिए व्रत करती है. झारखंड और बिहार के लोग बेहद ही श्रद्धा के साथ इस पर्व को मनाते हैं. इस पर्व के दिन भी आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका धरने पर बैठी रही और राजभवन के सामने ही जितिया पर्व मनाया.

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मानदेय में बढ़ोतरी की मांग

आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं की मुख्य मांगे हैं कि मानदेय में बढ़ोतरी की जाए. उनका कहना है कि जब तक राज्य सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती तब तक वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगी. आंगनबाड़ी सेविका फुलकियारिया ने कहा कि सरकार की तानाशाही के कारण वे लोग जितिया जैसा पर्व भी राजभवन के सामने मनाने को मजबूर हैं.

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कमेटी आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं पर नहीं दे रही ध्यान

बता दें कि बीते दिनों आंगनबाड़ी प्रतिनिधिमंडल से मुख्यमंत्री की वार्ता हुई, जिसमें आंगनबाड़ी कर्मचारियों की मुख्य मांग में बढ़ोतरी पर राज्य सरकार ने अपने बजट के आधार पर बढ़ोतरी करने के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी बनाने का आदेश दिया है. जिस पर आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संतुष्ट नजर नहीं आ रही है. उनका कहना है कि मानदेय की बढ़ोतरी के लिए सरकार की कमेटी आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है.

आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं का कहना हैं कि जब तक उन्हें लिखित आश्वासन नहीं मिलता है तब तक वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रहेंगी. वहीं, सरकार ने सभी आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को अल्टीमेटम देते हुए कार्य पर वापस लौटने का निर्देश जारी किया है. बावजूद इसके आंगनबाड़ी सेविका संघ अपनी मांगों को लेकर राजभवन के समक्ष डटे हुए हैं.

Intro:रांची

बाइट---फुलकियारिया आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ


जितिया का व्रत देशभर की माँ अपने पुत्र की लंबी उम्र को लेकर कर रही है। लोग अपने परिवार के बीच घरों में खुशियां बांट कर जितिया पर्व को मना रहे हैं वहीं राज्य की आंगनवाड़ी सेविका सहायिका अपने घर परिवार छोड़कर राजभवन के समक्ष जितिया पर्व मनाने को मजबूर है। कार्यक्रम स्थल पर विधि विधान के साथ जितिया पर्व का पूजा करती नजर आ रही है अपने पांच सूत्री मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ बीते एक महीने से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं इस दौरान कई पर्व त्यौहार आंदोलन के साथ ही कर्मा और मोहर्रम जैसे पर आंदोलन के साथ ही बीत गई अब जितिया और दुर्गा पूजा भी आंदोलन के साथ मना रहे हैं




Body:आंगनबाड़ी सेविका सहायिका की मुख्य मांगे हैं कि मानदेय में बढ़ोतरी किया जाए जब तक राज्य सरकार इन मांगों को पूरा नहीं करती है तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी । वही आंगनबाड़ी सेविका फुलकियारिया ने कहा कि सरकार की तानाशाही के कारण जितिया जैसे पर्व राजभवन के समक्ष मनाने को मजबूर हैं । बीते 1 महीनों में कई पर आए भी और चले भी गए लेकिन सरकार हमारी मांगों को नहीं मान रही है यही कारण है कि अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं और धरना स्थल पर ही पर्व को विधि विधान के साथ मना रहे हैं






Conclusion:आपको बता दें कि बीते दिनों आंगनबाड़ी प्रतिनिधिमंडल से मुख्यमंत्री की वार्ता हुई जिसमें आंगनवाड़ी कर्मचारियों की मुख्य मांग मानदेय बढ़ोतरी पर राज्य सरकार ने अपने बजट के आधार पर बड़ोती करने के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी बनाने का आदेश दिया है।जिस पर आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संतुष्ट नजर नहीं आ रही है इन लोगों का कहना है हम लोगों की मुख्य मांगे हैं मानदेय पर बढ़ोतरी। लेकिन सरकार की कमेटी हम आंगनबाड़ियों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है जब तक हम लोगों को लिखित आश्वासन नहीं मिलता है तब तक इसी तरह से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रहेंगे वहीं सरकार ने इन लोगों को अल्टीमेटम देते हुए कार्य पर वापस लौटने का भी निर्देश जारी किया है लेकिन वही आंगनबाड़ी सेविका संघ अपनी मांगों को लेकर राजभवन के समक्ष डटे हुए हैं



Last Updated : Sep 22, 2019, 7:53 PM IST
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