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न्यायाधीश के प्रयास से घर से उठ सका वृद्धा का शव, संक्रमित की लाश लेने पहुंची एंबुलेंस

रांची में झारखंड हाई कोर्ट के एक न्यायाधीश के निर्देश पर कोरोना संक्रमित की लाश उठ सकी. इससे पहले पड़ोस के लोगों के हाथ खड़े कर लेने से बुजुर्ग की पत्नी का शव नहीं उठ पा रहा था.

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पड़ोसी ने की पड़ोसी की मदद
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Published : May 5, 2021, 6:10 PM IST

रांची : कोरोना महामारी में जहां अपने, अपनों का साथ देने से बच रहे हैं. वहीं झारखंड हाई कोर्ट के एक न्यायाधीश ने पड़ोसी की मदद के लिए हाथ बढ़ाया. बरियातू निवासी डॉ. एनके सिन्हा का पूरा परिवार कोरोना से संक्रमित हो गया था. इसी संक्रमण के कारण डॉ. सिन्हा की पत्नी का निधन हो गया. पत्नी की लाश को उठाने वाला कोई आस-पास नजर नहीं आया, न ही कोई पड़ोसी आगे आया. लाश को श्मशान घाट तक ले जाने वाला कोई नहीं मिल रहा था.

देखें पूरी खबर

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पड़ोसी ने की पड़ोसी की मदद

इसी दौरान उनको अपने पूर्व पड़ोसी जो वर्तमान में हाई कोर्ट के न्यायाधीश हैं, उनकी याद आई. डॉ. सिन्हा ने तत्काल उनसे अपनी पीड़ा बताते हुए मदद की गुहार लगाई, जज ने तत्काल मदद भी पहुंचाई. उन्होंने संबंधित अधिकारी को फोन किया. जिसके बाद उनके घर एंबुलेंस के साथ 5-6 लोग पहुंचे. तब जाकर सिन्हा की पत्नी की लाश उठी और श्मशान घाट तक पहुंचाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया. डॉ. सिन्हा ने कहा कि इस मुसीबत की घड़ी में जहां कोई किसी की मदद नहीं कर रहा है, ऐसे वक्त में सभी लोग मानवता की मिसाल पेश कर दुख की घड़ी में सबका साथ दें.

रांची : कोरोना महामारी में जहां अपने, अपनों का साथ देने से बच रहे हैं. वहीं झारखंड हाई कोर्ट के एक न्यायाधीश ने पड़ोसी की मदद के लिए हाथ बढ़ाया. बरियातू निवासी डॉ. एनके सिन्हा का पूरा परिवार कोरोना से संक्रमित हो गया था. इसी संक्रमण के कारण डॉ. सिन्हा की पत्नी का निधन हो गया. पत्नी की लाश को उठाने वाला कोई आस-पास नजर नहीं आया, न ही कोई पड़ोसी आगे आया. लाश को श्मशान घाट तक ले जाने वाला कोई नहीं मिल रहा था.

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