रांचीः छठी जेपीएससी का विरोध कर रहे आंदोलनकारी अभ्यर्थियों की ओर से रांची के मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष सत्याग्रह आंदोलन किया जा रहा है. इस आंदोलन का समर्थन भाजपा के पूर्व विधायक और मौजूजा विधायकों ने तो किया ही है, वहीं सरकार में शामिल कांग्रेस पार्टी की विधायक अंबा प्रसाद भी उनसे मुलाकात करने रविवार को धरना स्थल पहुंची. इस दौरान उन्होंने इनकी समस्याओं को सुनकर कहा कि सीएम से बात कर छठी जेपीएससी को रद्द करवाने की कोशिश करूंगी.
अभ्यर्थी कर रहे सत्याग्रह
गौरतलब है कि छठी जेपीएससी परीक्षा को लेकर लगातार आंदोलन किया जा रहा है. शुरू से ही छठी जेपीएससी परीक्षा आंदोलन के घेरे में है और विवादों से नाता रहा है. मुख्य परीक्षा में सफल घोषित किए गए अभ्यर्थियों का 6 मार्च तक साक्षात्कार जारी है. तो इधर मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष आंदोलनकारी अभ्यर्थी सत्याग्रह कर रहे हैं. पिछले कई दिनों से अभ्यर्थी गांधी प्रतिमा के समक्ष आंदोलन पर डटे हैं. इनके आंदोलन के समर्थन में भाजपा के पूर्व और वर्तमान विधायक भी धरना स्थल पहुंचकर इनकी मांगों को जायज ठहराया है. वहीं रविवार को सरकार में शामिल कांग्रेस के विधायक अंबा प्रसाद इन आंदोलनकारी अभ्यर्थियों के साथ मुलाकात करने पहुंची.
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छठी जेपीएससी की विसंगतियों को भी बताया जाएगा
इस दौरान अंबा प्रसाद ने कहा कि छठी जेपीएससी मामले को लेकर हर पहलुओं पर विचार किया जाएगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर छठी जेपीएससी की विसंगतियों को भी बताया जाएगा. उन्होंने कहा कि छठी जेपीएससी को रद्द करने की हरसंभव कोशिश होगी. आशा है कि मुख्यमंत्री विद्यार्थियों की अपील को समझेंगे और छठी जेपीएससी को रद्द करेंगे.
गौरतलब है कि जब कांग्रेस और जेएमएम विपक्ष में थे उस दौरान 3 वर्षों तक छठी जेपीएससी रद्द करने के मामले को लेकर आंदोलनरत थे. हेमंत सोरेन भी नेता प्रतिपक्ष रहते विधानसभा के पटल पर छठी जेपीएससी रद्द करने की मांग को लेकर कई बार हंगामा कर चुके हैं. ऐसे में सरकार में शामिल कांग्रेस पार्टी के विधायक अंबा प्रसाद का आंदोलनकारी अभ्यर्थियों के समर्थन में आना. सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं. क्योंकि फिलहाल जेपीएससी की ओर से मुख्य परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लिया जा रहा है. ऐसे में छठी जेपीएससी को अचानक रद्द कर देना यह भी आसान डगर राज्य सरकार के लिए नहीं है.