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अलकायदा का मोस्टवांटेड आतंकवादी जमशेदपुर से गिरफ्तार, जिहाद के लिए युवाओं को करता था प्रेरित

झारखंड एटीएस को रविवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है. आतंकवादी संगठन अलकायदा का वांछित सदस्य मोहम्मद कलीमुद्दीन को एटीएस की टीम ने जमशेदपुर से धर दबोचा है. कलीमुद्दीन अलकायदा के ईस्टर्न इंडिया जोन का प्रभारी था.

एटीएस के साथ गिरफ्तार आतंकी
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Published : Sep 22, 2019, 2:13 PM IST

Updated : Sep 23, 2019, 2:33 PM IST

रांचीः झारखंड एटीएस ने अलकायदा के ईस्टर्न इंडिया जोन का प्रभारी, मोस्ट वांटेड आतंकवादी मोहम्मद कलीमउद्दीन मुजाहिरी को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है. इस संबंध में रविवार को रांची के एटीएस कार्यालय में एडीजी ऑपरेशन एमएल मीणा और एटीएस एसपी ए विजयालक्ष्मी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी.

देखें पूरी खबर इस वीडियो में

2016 से था फरार

एडीजी ऑपरेशन एमएल मीणा ने मोहम्मद कलीमुद्दीन की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए एटीएस की टीम को बधाई दी. इस गिरफ्तारी और मोहम्मद कलीमुद्दीन से जुड़े मामलों की जानकारी देते हुए एटीएस की एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि अलकायदा के ईस्टर्न इंडिया संगठन में रहकर कलीमुद्दीन संगठन के लिए जिहादियों को चयन करने का काम करता था. वह झारखंड, ओडिशा, बिहार और बंगाल का अलकायदा प्रभारी था. इसकी गिरफ्तारी जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना क्षेत्र से की गई है. कलीमुद्दीन के खिलाफ जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना में 2016 में मामला दर्ज किया गया था. जिसके बाद से वह फरार चल रहा था और लगातार अपना ठिकाना और अपनी पहचान बदल कर रह रहा था. इसके घर की कुर्की जब्ती भी हो चुकी है. कलीमुद्दीन आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आसनसोल, कोलकाता, गुजरात, मुंबई, यूपी समेत सऊदी अरब, अफ्रीका, बांग्लादेश की कई बार यात्रा कर चुका है.

यह भी पढ़ें- रांचीः चान्हो BDO के खिलाफ 17 मुखिया ने ST थाने में की शिकायत, अभद्र टिप्पणी करने का लगाया आरोप

जिहाद के लिए करता था युवाओं को तैयार

एटीएस की एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि कलीमुद्दीन का सहयोगी मोहम्मद अब्दुल रहमान अली खान उर्फ कटकी, अब्दुल सामी और जिशान हैदर तिहाड़ जेल में है. जबकि अहमद मसूद अकरम और राजू उर्फ नसीम अख्तर जमशेदपुर जेल में बंद है. कलीमउद्दीन अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट संगठन में रहकर जिहाद और आतंकवादी घटनाओं के लिए युवाओं को तैयार करता था. झारखंड में स्लीपर सेल तैयार करना और जिहाद के लिए लोगों को तैयार करना उसका मुख्य काम था. वह युवाओं को जिहाद के लिए प्रेरित करके संगठन में जोड़ता था और देश के बाहर विभिन्न आतंकवादी संगठनों के जिहादी प्रशिक्षण शिविर खासकर पाकिस्तान में शामिल होने के लिए भेजता था.

चान्हो का रहने वाला है कलीमुद्दीन

गिरफ्तार आतंकवादी मो. कलीमुद्दीन मुख्य रूप से चान्हो के रडगांव का रहने वाला है और फिलहाल जमशेदपुर में रह रहा था. वह 2001 में आतंकवादी संगठन अलकायदा में शामिल हुआ था. एटीएस की टीम कई दिनों से इस वांछित आतंकी के पीछे लगी हुई थी. एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि कई लोग अभी भी कलीमुद्दीन के संपर्क में थे, जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है और पूछताछ में कई अहम जानकारियां भी हासिल की गई है.

रांचीः झारखंड एटीएस ने अलकायदा के ईस्टर्न इंडिया जोन का प्रभारी, मोस्ट वांटेड आतंकवादी मोहम्मद कलीमउद्दीन मुजाहिरी को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है. इस संबंध में रविवार को रांची के एटीएस कार्यालय में एडीजी ऑपरेशन एमएल मीणा और एटीएस एसपी ए विजयालक्ष्मी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी.

देखें पूरी खबर इस वीडियो में

2016 से था फरार

एडीजी ऑपरेशन एमएल मीणा ने मोहम्मद कलीमुद्दीन की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए एटीएस की टीम को बधाई दी. इस गिरफ्तारी और मोहम्मद कलीमुद्दीन से जुड़े मामलों की जानकारी देते हुए एटीएस की एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि अलकायदा के ईस्टर्न इंडिया संगठन में रहकर कलीमुद्दीन संगठन के लिए जिहादियों को चयन करने का काम करता था. वह झारखंड, ओडिशा, बिहार और बंगाल का अलकायदा प्रभारी था. इसकी गिरफ्तारी जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना क्षेत्र से की गई है. कलीमुद्दीन के खिलाफ जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना में 2016 में मामला दर्ज किया गया था. जिसके बाद से वह फरार चल रहा था और लगातार अपना ठिकाना और अपनी पहचान बदल कर रह रहा था. इसके घर की कुर्की जब्ती भी हो चुकी है. कलीमुद्दीन आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आसनसोल, कोलकाता, गुजरात, मुंबई, यूपी समेत सऊदी अरब, अफ्रीका, बांग्लादेश की कई बार यात्रा कर चुका है.

यह भी पढ़ें- रांचीः चान्हो BDO के खिलाफ 17 मुखिया ने ST थाने में की शिकायत, अभद्र टिप्पणी करने का लगाया आरोप

जिहाद के लिए करता था युवाओं को तैयार

एटीएस की एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि कलीमुद्दीन का सहयोगी मोहम्मद अब्दुल रहमान अली खान उर्फ कटकी, अब्दुल सामी और जिशान हैदर तिहाड़ जेल में है. जबकि अहमद मसूद अकरम और राजू उर्फ नसीम अख्तर जमशेदपुर जेल में बंद है. कलीमउद्दीन अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट संगठन में रहकर जिहाद और आतंकवादी घटनाओं के लिए युवाओं को तैयार करता था. झारखंड में स्लीपर सेल तैयार करना और जिहाद के लिए लोगों को तैयार करना उसका मुख्य काम था. वह युवाओं को जिहाद के लिए प्रेरित करके संगठन में जोड़ता था और देश के बाहर विभिन्न आतंकवादी संगठनों के जिहादी प्रशिक्षण शिविर खासकर पाकिस्तान में शामिल होने के लिए भेजता था.

चान्हो का रहने वाला है कलीमुद्दीन

गिरफ्तार आतंकवादी मो. कलीमुद्दीन मुख्य रूप से चान्हो के रडगांव का रहने वाला है और फिलहाल जमशेदपुर में रह रहा था. वह 2001 में आतंकवादी संगठन अलकायदा में शामिल हुआ था. एटीएस की टीम कई दिनों से इस वांछित आतंकी के पीछे लगी हुई थी. एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि कई लोग अभी भी कलीमुद्दीन के संपर्क में थे, जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है और पूछताछ में कई अहम जानकारियां भी हासिल की गई है.

Intro:रांची.एटीएस ने अलकायदा के झारखंड,बिहार, बंगाल प्रभारी मोस्ट वांटेड टेररिस्ट मो कलीमउद्दीन मुजाहिरी को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है। इस संबंध में रविवार को रांची के एटीएस कार्यालय में एडीजी ऑपरेशन एम एल मीणा और एटीएस एसपी ए विजयालक्ष्मी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी।




Body:एडीजी ऑपरेशन एम एल मीणा ने मोहम्मद कलीमुद्दीन की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए एटीएस की टीम को बधाई दी है। वहीं इस गिरफ्तारी और मो कलीमुद्दीन से जुड़े मामलों की जानकारी देते हुए एटीएस की एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि अलकायदा इंडियन sub-continent संगठन में रहकर कलीमुद्दीन संगठन के लिए जिहादियों को चयन करने का काम करता था। कलीमुद्दीन झारखंड, बिहार और बंगाल का अलकायदा प्रभारी है। इसकी गिरफ्तारी जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना क्षेत्र से की गई है। यह वर्ष 2016 से फरार चल रहा था। इसके द्वारा अपना ठिकाना बदला जाता रहा था। इसके घर की कुर्की जब्ती भी हो चुकी है। कलीमुद्दीन द्वारा आतंकवादी कार्यों को अंजाम देने के लिए आसनसोल, कोलकाता,गुजरात, मुंबई यूपी समेत सऊदी अरब, अफ्रीका,बांग्लादेश की कई बार यात्रा कर चुका है।




Conclusion:उन्होंने बताया कि कलीमुद्दीन का सहयोगी मोहम्मद अब्दुल रहमान अली खान उर्फ कटकी,अब्दुल सामी और जिशान हैदर तिहाड़ जेल में है। जबकि अहमद मसूद अकरम और राजू उर्फ नसीम अख्तर जमशेदपुर जेल में है। वंही मो कलीमउद्दीन मुजाहिरी अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट संगठन में रहकर जेहाद और आतंकवादी घटना के लिए युवाओं को तैयार करता था। इसके द्वारा युवाओं को जेहाद के लिए प्रेरित करके संगठन में जोड़ना और देश के बाहर विभिन्न आतंकवादी संगठनों द्वारा चलाए जा रहे जिहादी प्रशिक्षण शिविर खासकर पाकिस्तान में शामिल होने के लिए भेजा गया है।


वहीं उन्होंने बताया कि मो कलीमुद्दीन मुख्य रूप से चान्हो के रडग़ांव का रहने वाला था और फिलहाल जमशेदपुर में रह रहा था। उन्होंने बताया कि कई युवाओं को प्रशिक्षण भी कलीमुद्दीन द्वारा दिया गया है और उन्हें बाहर भी भेजा गया है। कई लोग अभी भी कलीमुद्दीन के संपर्क में थे। जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है और पूछताछ में कई अहम जानकारियां भी हासिल की गई है। हालांकि रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ की जाएगी।
Last Updated : Sep 23, 2019, 2:33 PM IST
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