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निजी कोचिंग सेंटर को टक्कर दे रहीं सरकार की आकांक्षा-40 कोचिंग, गरीब छात्रों के लिए है वरदान

मेडिकल-इंजीनियरिंग संस्थानों में दाखिला के लिए सरकार की ओर से निःशुल्क कोचिंग आकांक्षा-40 की शुरुआत की गई है. इस कोचिंग में एडमिशन के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसके लिए झारखंड एकेडमिक काउंसिल आगामी एक मार्च को प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगी. जिसमें राज्य के करीब 15,293 परीक्षार्थी शामिल होंगे. इसमें 8556 परीक्षार्थी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए है. वहीं 6737 मेडिकल के लिए है. इसके लिए राज्यभर में 55 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.

Akanksha-40 entrance exam will be held on March first in ranchi
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Published : Feb 26, 2020, 5:35 PM IST

रांची: आर्थिक रूप से कमजोर, होनहार और प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए सरकारी कोचिंग सेंटर 'आकांक्षा-40' वरदान साबित हो रहा है. बड़े नामी-गिरामी निजी कोचिंग संस्थानों को मात देने वाले आकांक्षा-40 के विद्यार्थी देश के बड़े-बड़े उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत हैं. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की ओर से संचालित इस कोचिंग सेंटर में प्रवेश के लिए परीक्षा आयोजित की जाती है. आकांक्षा-40 साल 2020 की प्रवेश परीक्षा आगामी एक मार्च को आयोजित की जाएगी.

देखें पूरी खबर
वैसे तो राज्यभर में एक से बढ़कर एक उच्च शिक्षा के लिए कई निजी कोचिंग संस्थान संचालित हैं और उनमें पढ़ने वाले विद्यार्थी मोटी फीस अदा कर इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी कर रहे होंगे. लेकिन सरकार के सहयोग से झारखंड में चल रही मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए आकांक्षा-40 कोचिंग सेंटर के बच्चे इन निजी कोचिंग सेंटर्स में पढ़ रहे बच्चों से कम नहीं है. आंकड़ों की बात करें तो प्रत्येक साल आकांक्षा कोचिंग सेंटर से सैकड़ों बच्चे देश के बड़े इंजीनियरिंग और मेडिकल संस्थानों में सेलेक्ट हो रहे हैं. इस आकांक्षा कोचिंग सेंटर में दाखिले को लेकर प्रत्येक साल हजारों विद्यार्थी झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से ली जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल होते हैं. नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा एक मार्च को आयोजित होगी

झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से आकांक्षा 40 में नामांकन के लिए एक मार्च को प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी. इसके लिए फिलहाल प्रवेश प्रतियोगिता फॉर्म जमा लिया जा रहा है. इसके लिए राज्य में कुल 55 केंद्र निर्धारित किए गए हैं. इन केंद्रों पर मेडिकल और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले 15,293 परीक्षार्थी शामिल होंगे. इसमें 8556 परीक्षार्थी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए हैं. वहीं 6737 मेडिकल के लिए है.

आकांक्षा कोचिंग में दाखिले की क्या है क्राइटेरिया और परीक्षा पैटर्न
दो भाग में 120 अंकों की यह प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है. आकांक्षा की परीक्षा दो कैटेगरी इंजीनियरिंग और मेडिकल में प्रवेश के लिए होती है. इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा में फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथ सब्जेक्ट के प्रश्न पूछे जाते हैं, जबकि मेडिकल प्रवेश परीक्षा में फिजिक्स केमिस्ट्री और जीव विज्ञान विषय से प्रश्न पूछे जाते हैं. परीक्षा ओएमआर शीट के जरिए ली जाती है. इसमें सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ और बहु वैकल्पिक पूछे जाते हैं. 3 घंटे में 120 अंकों की परीक्षा होगी. प्रत्येक गलत उत्तर पर 0.25 अंक काटने की प्रावधान है.

आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए वरदान है आकांक्षा-40
गौरतलब है कि प्रत्येक साल आकांक्षा कोचिंग सेंटर में प्रवेश के लिए परीक्षार्थियों के बीच कड़ी प्रतियोगिता देखने को मिलती है. इस साल भी हजारों विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे. आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए आकांक्षा कोचिंग सेंटर वरदान है. राज्य में विद्यार्थियों की प्रतिभाओं को देखते हुए शुरुआती दौर में राज्यस्तरीय आकांक्षा कोचिंग सेंटर की शुरुआत की गई थी. जबकि अब इसका विस्तारीकरण कर जिला स्तरीय आकांक्षा कोचिंग सेंटर की शुरुआत की चुकी है. रांची में संचालित आकांक्षा के विद्यार्थियों की माने तो यह प्राइवेट कोचिंग सेंटरों से बेहतर है. यहां के फैकल्टी अव्वल दर्जे के हैं. अनुभवी शिक्षकों के दिए गए गुरु मंत्र से किसी भी बड़े उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिला लिया जा सकता है.

और पढ़ें- पूर्व मंत्री एनोस एक्का समेत सात लोगों को 7-7 साल की सजा, 50-50 लाख का जुर्माना

प्रत्येक बैच में होते हैं 40-40 बच्चे
आकांक्षा कोचिंग सेंटर में प्रत्येक बैच में 40-40 बच्चे होते हैं. इसीलिए इसका नाम भी आकांक्षा-40 रखा गया है. जैक की ओर से लिए जा रहे प्रवेश परीक्षा के दौरान राज्य भर के आकांक्षा-40 कोचिंग संस्थान में 40-40 बच्चों का चयन किया जाता है. जिसमें 40 बच्चे इंजीनियरिंग के लिए होते हैं और 40 मेडिकल के लिए. बता दें कि आकांक्षा कोचिंग सेंटर सरकार की ओर से संचालित एक निःशुल्क कोचिंग संस्थान है. इसमें वेल ट्रेंड शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों के रहने के लिए हॉस्टल की भी व्यवस्था है. निःशुल्क पढ़ाई के साथ-साथ इस कोचिंग सेंटर के विद्यार्थियों को तमाम मूलभूत सुविधाएं भी निःशुल्क प्रदान की जाती है.

रांची: आर्थिक रूप से कमजोर, होनहार और प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए सरकारी कोचिंग सेंटर 'आकांक्षा-40' वरदान साबित हो रहा है. बड़े नामी-गिरामी निजी कोचिंग संस्थानों को मात देने वाले आकांक्षा-40 के विद्यार्थी देश के बड़े-बड़े उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत हैं. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की ओर से संचालित इस कोचिंग सेंटर में प्रवेश के लिए परीक्षा आयोजित की जाती है. आकांक्षा-40 साल 2020 की प्रवेश परीक्षा आगामी एक मार्च को आयोजित की जाएगी.

देखें पूरी खबर
वैसे तो राज्यभर में एक से बढ़कर एक उच्च शिक्षा के लिए कई निजी कोचिंग संस्थान संचालित हैं और उनमें पढ़ने वाले विद्यार्थी मोटी फीस अदा कर इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी कर रहे होंगे. लेकिन सरकार के सहयोग से झारखंड में चल रही मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए आकांक्षा-40 कोचिंग सेंटर के बच्चे इन निजी कोचिंग सेंटर्स में पढ़ रहे बच्चों से कम नहीं है. आंकड़ों की बात करें तो प्रत्येक साल आकांक्षा कोचिंग सेंटर से सैकड़ों बच्चे देश के बड़े इंजीनियरिंग और मेडिकल संस्थानों में सेलेक्ट हो रहे हैं. इस आकांक्षा कोचिंग सेंटर में दाखिले को लेकर प्रत्येक साल हजारों विद्यार्थी झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से ली जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल होते हैं. नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा एक मार्च को आयोजित होगी

झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से आकांक्षा 40 में नामांकन के लिए एक मार्च को प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी. इसके लिए फिलहाल प्रवेश प्रतियोगिता फॉर्म जमा लिया जा रहा है. इसके लिए राज्य में कुल 55 केंद्र निर्धारित किए गए हैं. इन केंद्रों पर मेडिकल और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले 15,293 परीक्षार्थी शामिल होंगे. इसमें 8556 परीक्षार्थी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए हैं. वहीं 6737 मेडिकल के लिए है.

आकांक्षा कोचिंग में दाखिले की क्या है क्राइटेरिया और परीक्षा पैटर्न
दो भाग में 120 अंकों की यह प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है. आकांक्षा की परीक्षा दो कैटेगरी इंजीनियरिंग और मेडिकल में प्रवेश के लिए होती है. इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा में फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथ सब्जेक्ट के प्रश्न पूछे जाते हैं, जबकि मेडिकल प्रवेश परीक्षा में फिजिक्स केमिस्ट्री और जीव विज्ञान विषय से प्रश्न पूछे जाते हैं. परीक्षा ओएमआर शीट के जरिए ली जाती है. इसमें सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ और बहु वैकल्पिक पूछे जाते हैं. 3 घंटे में 120 अंकों की परीक्षा होगी. प्रत्येक गलत उत्तर पर 0.25 अंक काटने की प्रावधान है.

आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए वरदान है आकांक्षा-40
गौरतलब है कि प्रत्येक साल आकांक्षा कोचिंग सेंटर में प्रवेश के लिए परीक्षार्थियों के बीच कड़ी प्रतियोगिता देखने को मिलती है. इस साल भी हजारों विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे. आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए आकांक्षा कोचिंग सेंटर वरदान है. राज्य में विद्यार्थियों की प्रतिभाओं को देखते हुए शुरुआती दौर में राज्यस्तरीय आकांक्षा कोचिंग सेंटर की शुरुआत की गई थी. जबकि अब इसका विस्तारीकरण कर जिला स्तरीय आकांक्षा कोचिंग सेंटर की शुरुआत की चुकी है. रांची में संचालित आकांक्षा के विद्यार्थियों की माने तो यह प्राइवेट कोचिंग सेंटरों से बेहतर है. यहां के फैकल्टी अव्वल दर्जे के हैं. अनुभवी शिक्षकों के दिए गए गुरु मंत्र से किसी भी बड़े उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिला लिया जा सकता है.

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प्रत्येक बैच में होते हैं 40-40 बच्चे
आकांक्षा कोचिंग सेंटर में प्रत्येक बैच में 40-40 बच्चे होते हैं. इसीलिए इसका नाम भी आकांक्षा-40 रखा गया है. जैक की ओर से लिए जा रहे प्रवेश परीक्षा के दौरान राज्य भर के आकांक्षा-40 कोचिंग संस्थान में 40-40 बच्चों का चयन किया जाता है. जिसमें 40 बच्चे इंजीनियरिंग के लिए होते हैं और 40 मेडिकल के लिए. बता दें कि आकांक्षा कोचिंग सेंटर सरकार की ओर से संचालित एक निःशुल्क कोचिंग संस्थान है. इसमें वेल ट्रेंड शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों के रहने के लिए हॉस्टल की भी व्यवस्था है. निःशुल्क पढ़ाई के साथ-साथ इस कोचिंग सेंटर के विद्यार्थियों को तमाम मूलभूत सुविधाएं भी निःशुल्क प्रदान की जाती है.

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