रांची: झारखंड में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में कौन सी पार्टी किसके पाले में जाकर गठबंधन करने जा रही है, इसकी चर्चा तेज हो गई है. लेकिन इन सबसे इतर प्रदेश में सत्तारूढ़ आजसू पार्टी सरकार में तो साथ है पर आगामी विधानसभा चुनाव में लगातार अपनी दमदार उपस्थिति को लेकर ताल ठोकते हुए मजबूरी नहीं मजबूती से चुनाव लड़ने की बात कह रही है. हालांकि गठबंधन की संभावना से पार्टी न इंकार कर रही है न ही खुलकर इसे स्वीकार कर रही है.
15 सीटों पर चुनाव लड़ेगी आजसू पार्टी
आजसू पार्टी 2019 के विधानसभा चुनाव में 15 से अधिक सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रही है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि 2014 में 8 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाली आजसू पार्टी इस बार 15 से अधिक सीटों का खाका तैयार कर चुकी है. इस बाबत पार्टी ने बाकायदा विधानसभा तैयारी समिति गठित कर अलग-अलग इलाकों से फीडबैक भी लिया है.
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इन विधानसभा सीटों पर है आजसू की नजर
आजसू के अंदर चल रही तैयारी के अनुसार इस बार पार्टी 2014 की 8 विधानसभा सीटों के अलावा गोमिया, हटिया, मांडू, डुमरी, सिंदरी, ईचागढ़, सरायकेला खरसावां, मनोहरपुर और सिमरिया विधानसभा सीटों पर भी नजर गड़ाए हुए है. बता दें कि इनमें से कुछ पर फिलहाल झामुमो के विधायक हैं, वहीं, कुछ सीटें बीजेपी के खाते में है. पिछले विधानसभा चुनाव में इन सभी सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार खड़े किए गए थे. 2014 के इलेक्शन में आजसू पार्टी ने सिल्ली, रामगढ़, चंदनक्यारी, बड़कागांव, टुंडी, तमाड़ और जुगसलाई से उम्मीदवार उतारे थे जिनमें सिल्ली, चंदनक्यारी और बड़कागांव में पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा था.
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इन सीटों पर फंस सकता है पेंच
आजसू के दावे से इतर ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि चंदनक्यारी और लोहरदगा की सीटों पर बीजेपी और आजसू के बीच पेच फंस सकता है. दरअसल एकतरफ जहां चंदनक्यारी से राज्य के मौजूदा पर्यटन मंत्री अमर बाउरी विधायक हैं. वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी ने लोहरदगा विधानसभा से अपना उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है.
आजसू का दावा, सभी सीटों पर होगी जीत
आजसू के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने दावा किया है कि इस बार पार्टी जितनी सीट पर लड़ेगी उन सभी पर जीत दर्ज कराएगी. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी ने एक उम्मीदवार उतारा था और वहां जीत दर्ज कराई थी. इस हिसाब से पार्टी शत-प्रतिशत सफल रही जबकि कांग्रेस और झामुमो का ट्रैक रिकॉर्ड इस हिसाब से खराब है. उन्होंने कहा कि आजसू अब देश के राष्ट्रीय पटल पर स्थापित हो गयी है जबकि कई पार्टियां ऐसी स्थिति में आ गयी हैं वो ईवीएम से भी गायब हो जाएंगी.
आजसू पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो ने ओम माथुर से की है मुलाकात
बता दें कि आजसू पार्टी का बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ गठबंधन है. आजसू पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो ने हाल में ही बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रभारी ओम माथुर से मुलाकात की है. इस मुलाकात में सीट शेयरिंग को लेकर भी चर्चा हुई है लेकिन किसी भी पार्टी की ओर से सीट बंटवारे को लेकर खुलकर कोई चर्चा नहीं की जा रही है. वहीं आजसू लगातार मजबूरी नहीं मजबूती से चुनाव लड़ने की बात कह रही है.