रांची: देश की आजादी के लिए अपने संघर्षों, इतिहास और राष्ट्र निर्माण में योगदान को लेकर शनिवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की तरफ से धरोहर वीडियो शृंखला के तहत तीसरा वीडियो देश की युवा पीढ़ी के लिए जारी की गई. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि आजादी की लड़ाई में अन्याय और अत्याचार के खिलाफ जंग में वंदे मातरम कारगर साबित हुआ था. JPCC अध्यक्ष ने कहा कि धरोहर नामक यह वीडियो शृंखला राज्य और देश के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगी.
वंदे मातरम का बखान
प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा है कि आजादी से पहले अपनी सत्ता कायम रखने के लिए अंग्रेजों ने भारत को कई जातियों, धर्म,वर्गों, क्षेत्रों में बांट रखा था. कांग्रेस अंग्रेजों की इस बांटो और राज करो की नीति को बखूबी जान रही थी. इसलिए कांग्रेस ने महसूस किया कि अगर भारतीयों को जल्द ही एकता के सूत्र में नहीं बांधा गया, तो आजादी की लड़ाई कमजोर पड़ सकती है. उन्होंने कहा कि रहमतुल्लाह साहनी की अध्यक्षता में 1896 में कोलकाता अधिवेशन इस दिशा में महत्वपूर्ण पड़ाव साबित हुआ. जब इस अधिवेशन में पहली बार बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय की तरफ से लिखे गए गीत वंदे मातरम को आवाज देकर गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने आजादी की लड़ाई में जोश भर दिया.
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वहीं प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक दुबे और राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि ब्रिटिश हुकूमत ने भारत को धार्मिक रूप से बांटने का प्रयास किया था. आज भी यही प्रयास जारी है, लेकिन देश न तो तब बंटा था और न अब बंटेगा. उन्होंने कहा कि धरोहर नामक वीडियो शृंखला का तीसरा वीडियो राज्य और देश के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा.