रांची: राजधानी के होटवार स्थित मेधा दुग्ध संयंत्र में एक कृषि गोष्ठी सह अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कृषि पशुपालन और सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने शिरकत की. वहीं, झारखंड सरकार के एनडीडीबी के साथ काफी समय से लंबित एमओयू का विस्तार किया गया.
मेधा डेयरी का नया उत्पाद
इस अवसर पर मेधा डेयरी का नया उत्पाद मंत्री बादल पत्रलेख और मेघा के प्रबंध निदेशक सुधीर कुमार सिंह की ओर से लांच किया गया. उपभोक्ताओं की सेहत और स्वाद को ध्यान में रखते हुए मेधा डेयरी की ओर से यह उत्पाद बुधवार से बाजार में केसर, पिस्ता, इलायची, चॉकलेट और आम के स्वाद में बिक्री के लिए उपलब्ध हो जाएगा. इस मौके पर कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि 2013 में जो सपना राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देखा था, वह पिछली सरकार में टूटता हुआ नजर आया, लेकिन हेमंत सरकार ने फिर से इसे बचा लिया.
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किसानों को मिलेगा फायदा
मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि झारखंड में 2024 तक रोजाना 5 लाख लीटर दूध उत्पादन का लक्ष्य है और 2 लाख किसानों को इससे जोड़ना है. कई राज्यों में दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहन राशि दी जाती है, लेकिन झारखंड में ऐसा नहीं है. इस पर मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री सहित सभी घटक दलों से विचार-विमर्श कर इस पर सकारात्मक विचार की जाएगी. इधर, मेधा डेयरी के प्रबंधक सुधीर कुमार सिंह ने कहा वह 28 प्रोडक्ट लाएंगे और ये सभी प्रोडक्ट हमारे अपने किसानों के दूध से उत्पादन होगा.