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आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ को प्रशासन ने रोका, मानव श्रृंखला बनाने का था कार्यक्रम

आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ अपनी मांगों को लेकर पिछले एक महीने से हड़ताल पर हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को प्रधानमंत्री के दौरे पर मानव श्रृंखला बना शांतिपूर्ण तरह से विरोध करने की बात आंगनबाड़ी सेविका ने कही थी, लेकिन प्रशासन ने आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ को प्रदर्शन करने से रोक दिया.

आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ को प्रशासन ने रोका
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Published : Sep 12, 2019, 3:37 PM IST

रांची: आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ अपनी मांगों को लेकर पिछले 16 अगस्त से आंदोलनरत है. पीएम के कार्यक्रम के मद्देनजर राज्य भर की आंगनबाड़ी सेविका सहायिका कर्मचारी राजभवन के समक्ष मानव श्रृंखला बनाकर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पहले प्रदर्शन करने वाली थी. इनका मकसद था कि ये पीएम को अपनी मांगों से अवगत कराना और ज्ञापना, लेकिन प्रशासन ने आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ को प्रदर्शन करने से रोक दिया.

आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ को प्रशासन ने रोका

आक्रोशित आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ की महिला कर्मचारियों ने कहा कि सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे लगाती है और दूसरी तरफ बेटियों की आवाज दबाने का काम कर रही है. उन्प्रहोंने कहा कि उन्हें टांगे तोड़ने की धमकी दे रहा है. इतना ही नहीं राज्य भर के जितने भी आंगनबाड़ी सेविका सहायिका राजभवन के समक्ष एकत्रित होने पहुंच रही थी, उन्हें बीच में ही रोक दिया गया.

ये भी देखें- पीएम नरेंद्र मोदी पहुंचे झारखंड, यहां देखें मिनट टू मिनट कार्यक्रम

आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ अपने पांच सूत्री मांग को लेकर पिछले 27 दिनों से राजभवन के समक्ष आंदोलनरत हैं. उनका कहना है कि राज्य सरकार से पिछले बार भी वार्ता हुई थी, लेकिन सरकार उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया.

रांची: आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ अपनी मांगों को लेकर पिछले 16 अगस्त से आंदोलनरत है. पीएम के कार्यक्रम के मद्देनजर राज्य भर की आंगनबाड़ी सेविका सहायिका कर्मचारी राजभवन के समक्ष मानव श्रृंखला बनाकर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पहले प्रदर्शन करने वाली थी. इनका मकसद था कि ये पीएम को अपनी मांगों से अवगत कराना और ज्ञापना, लेकिन प्रशासन ने आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ को प्रदर्शन करने से रोक दिया.

आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ को प्रशासन ने रोका

आक्रोशित आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ की महिला कर्मचारियों ने कहा कि सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे लगाती है और दूसरी तरफ बेटियों की आवाज दबाने का काम कर रही है. उन्प्रहोंने कहा कि उन्हें टांगे तोड़ने की धमकी दे रहा है. इतना ही नहीं राज्य भर के जितने भी आंगनबाड़ी सेविका सहायिका राजभवन के समक्ष एकत्रित होने पहुंच रही थी, उन्हें बीच में ही रोक दिया गया.

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आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ अपने पांच सूत्री मांग को लेकर पिछले 27 दिनों से राजभवन के समक्ष आंदोलनरत हैं. उनका कहना है कि राज्य सरकार से पिछले बार भी वार्ता हुई थी, लेकिन सरकार उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया.

Intro:रांची
बाइट--- सुमन देवी आंगनवाड़ी सेविका सहायिका संघ अध्यक्ष
बाइट--- नीलम देवी जमशेदपुर आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ

आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ अपनी मांगों को लेकर लगातार पिछले 16 अगस्त से आंदोलनरत है, और आज निर्धारित कार्यक्रम के तहत राज्य भर के आंगनबाड़ी सेविका सहायिका कर्मचारी संघ राजभवन के समक्ष एकजुट होकर मानव श्रृंखला बनाते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शामिल होकर अपनी मांगों से अवगत कराने को लेकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन रोकने के लिए निकले थे लेकिन प्रशासन के द्वारा आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ को रोक दिया गया ।





Body:आक्रोशित आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ राजभवन के समक्ष रघुवर सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाकर आंदोलन जारी रखा है। निखिल उच्चतम कुशवाहा आंगनवाड़ी सेविका सहायिका संघ के महिला कर्मचारियों ने कहा कि सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे लगाती है और एक तरफ हम बेटियों का आवाज को दबाने का काम कर रही है प्रशासन के द्वारा टांगे तोड़ने की धमकी दी जा रही है इतना ही नहीं राज्य भर के जितने भी आंगनबाड़ी सेविका सहायिका राजभवन के समक्ष एकत्रित होने पहुंच रहे थे उन्हें बीच में ही रोक दिया गया।



आपको बता दें कि आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ अपने पांच सूत्री मांगों को लेकर पिछले 27 दिनों से राजभवन के समक्ष आंदोलनरत है। और अपनी मांगों को मनवाने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं उनका कहना है कि राज्य सरकार से पिछले बार भी वार्ता हुई थी लेकिन सरकार उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया


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