रांची: आदिवासी छात्र संघ ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिख कर डीएसपीएमयू का नाम बदलकर झारखंड के किसी महापुरुष के नाम पर करने की मांग की गई है. बीजेपी सरकार के समय रांची कॉलेज को रांची विश्वविद्यालय से अलग कर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के नाम पर विश्वविद्यालय का गठन किया गया था.
आदिवासी छात्र संघ की ओर से एक बार फिर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय को लेकर आंदोलन करने की बात कही गई है. रांची कॉलेज, रांची का नाम बदलकर अलग यूनिवर्सिटी बनने के बाद डीएसपीएमयू रखा गया था. अब आदिवासी छात्र संघ की ओर से श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर बने विश्वविद्यालय का नाम झारखंड के किसी महापुरुष के नाम पर रखने की मांग की गई है. आदिवासी छात्र संघ के आरयू अध्यक्ष संजय महली ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखकर इसकी मांग की है.
आदिवासी छात्र संघ के अध्यक्ष संजय महली का कहना है कि रघुवर सरकार में रांची कॉलेज का नाम बदलकर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय रखा गया था, जो बीजेपी-आरएसएस के संस्थापक हैं. इसलिए इनके नाम को हटाकर इस विश्वविद्यालय का नाम झारखंड के किसी महापुरुष के नाम पर रखा जाए. अगर इस मांग को सरकार नहीं सुनती है तो जल्द ही नामकरण के विरोध में झारखंड के सभी आदिवासी-मूलवासी संगठन को गोलबंद कर इसके खिलाफ जोरदार आंदोलन करेंगे. आंदोलन की रणनीति जल्द ही एक बैठक कर तैयार की जाएगी.
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बता दें कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के नामकरण के साथ ही आदिवासी छात्र संघ की ओर से इसका विरोध किया जा रहा था. एक बार फिर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ऐसे छात्र संगठनों को यह उम्मीद जगी है कि इस विश्वविद्यालय का नाम बदला जाएगा और झारखंड के ही किसी महापुरुष के नाम पर रखा जाएगा.