रांची: सरकार गिराने का षड्यंत्र रचने वाले तीन आरोपियों को रिमांड के बाद विजिलेंस कोर्ट में पेश किया गया. तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है. कोतवाली पुलिस ने 5 अगस्त को दो दिन के रिमांड पर लिया था.
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मामले के दो आरोपी अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो ने कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की है. 22 जुलाई को तीनों आरोपी गिरफ्तार किए गए थे. तीनों के बयान के आधार पर सरकार गिराने की साजिश रचने का खुलासा हुआ था और कई राजनीतिक चेहरों के नाम सामने आए थे. हालांकि पुलिसिया पूछताछ में क्या कुछ बातें सामने आई हैं, इसका खुलास अबतक नहीं किया गया है.
आरोपी ने स्वीकारी रिश्वत की बात
झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ बड़ी साजिश का खुलासा हुआ था. पूरे मामले की जांच डीएसपी प्रभात रंजन बरवार कर रहे हैं. पुलिसिया पूछताछ के दौरान आरोपी निवारण महोत ने स्वीकार किया है कि सरकार गिराने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त के बदले उसे 50 लाख देने का लालच दिया गया था.
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सरकार को नहीं कोई खतरा!
झारखंड विधानसभा में 81 सीटें हैं. झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी ने मिलकर सरकार बनाई है. JMM को 30, कांग्रेस को 16 और आरजेडी के पास 1 सीट है. बीजेपी के पास 25 सीटें हैं. बाकी सीटें आजसू, सीपीआईएम, एनसीपी और को भी एक-एक सीट मिली हैं. इसके अलावा जेवीएम से चुनाव जीते बाबूलाल मरांडी बीजेपी में, प्रदीप यादव और बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. हेमंत सरकार के पास कुल 51 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जो बहुमत से 10 ज्यादा हैं. ऐसे में फिलहाल सरकार को कोई खतरा नहीं दिख रहा है.