रांची: पंडरा ओपी क्षेत्र में शनिवार की रात हुई फायरिंग मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अभिषेक उर्फ पिंटू नाम के आरोपी को धर दबोचा है. इस गोलीबारी में एक नाबालिग लड़की बुरी तरह से घायल हो गई थी, जिसका अस्पताल में इलाज जारी है. घायल नाबालिग के बयान पर ही तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी. नाबालिग ने इस दौरान अभिषेक उर्फ पिंटू की पहचान की थी. अभिषेक रातू इलाके में छिपा हुआ था. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया.
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क्या है पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक शनिवार की रात अविनाश उर्फ संदीप उपाध्याय पेट्रोल के पंप पास बाइक से रुका था जबकि दो अन्य युवक आकाश सिंह के चाय की दुकान पर पहुंचे, जहां किसी बात पर बहस के बाद गोली चलायी गई. गोली चाय दुकान के संचालक आकाश की भगिनी रूचि के पैर और हाथ से छू कर निकली. आनन-फानन में परिजनों ने रूचि को सदर अस्पताल पहुंचाया. मामले में पकड़ा गया एक आरोपी बेकसूर निकला, जिसे पुलिस ने थाने से ही छोड़ दिया. अभी हाल फिलहाल संदीप उपाध्याय उर्फ अविनाश उर्फ छोटू फरार है. अभिषेक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने गोली लगने से घायल नाबालिग रूचि से पहचान करायी। रूचि ने अभिषेक को पहचान लिया. पंडरा ओपी प्रभारी के अनुसार नाबालिग की हालत अभी खतरे से बाहर है.
बदले की नीयत से हमला
घायल नाबालिग के परिजनों का कहना है कि आकाश के भाई विकास सिंह और उपेंद्र उपाध्याय को तीन मार्च को पुलिस ने गांजा बेचने के आरोप में जेल भेजा था. उपेंद्र के परिवार वालों को शक है कि गिरफ्तारी में आकाश के परिवार का हाथ है. इन्हीं लोगों ने पुलिस को गांजा बेचने की सूचना दी. इसी का बदला लेने के लिए उसके परिवार वालों को जान से मारने की कोशिश की गई.
नगड़ी से तीन अपराधी गिरफ्तार
वहीं दूसरी तरफ रांची के नगड़ी थाना क्षेत्र के जाजपुर टोनका टोली के पास शनिवार को एक कार में बैठकर अपराध की योजना बना रहे तीन अपराधियों को पुलिस ने धर दबोचा. गिरफ्त में आये अपराधियों में नगड़ी के सपारोम निवासी मंजुर आलम, जाजपुर निवासी विकास भगत और प्रकाश उरांव शामिल है। पुलिस ने अपराधियों के पास से एक देसी पिस्टल, कार और जिंदा गोली बरामद की है.