रांची: जिले के डॉ रामदयाल मुंडा जनजातीय शोध संस्थान में पद्मश्री डॉ रामदयाल मुंडा की 80वीं जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय जनजातीय अखरा कार्यक्रम का रविवार को समापन किया गया. इस जनजातीय साहित्यकार सम्मेलन में जनजातीय नृत्य, सेल्फ फिल्म और कला का समागम किया गया.
वहीं, इस अवसर पर उपस्थित शोध संस्था के निदेशक राणेंद्र कुमार ने कहा कि डॉ रामदयाल मुंडा की जयंती पर इस शोध संस्थान में प्रत्येक साल कार्यक्रम आयोजित की जाती है, लेकिन इस बार कुछ अलग करने के उद्देश्य से इस समागम का आयोजन किया गया था, जिसमें पूरे भारत से कवि और लेखक आए थे और इनमें से कई झारखंडी साहित्य को विभिन्न भाषाओं में लिख रहे हैं.
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निदेशक ने बताया कि डॉ रामदेव मुंडा मानव शास्त्री और महान कवि थे. इसके अलावा मुंडा ने झारखंड से जुड़ी कई कविताएं भी लिखी थी उन्हीं की जयंती के मौके पर यह तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. उन्होंने बताया कि इस आयोजन पर पूरे देश से कवि एकत्रित हुए और एक दूसरे के भाषाओं का आदान-प्रदान भी किया, साथ ही झारखंड की संस्कृति के बारे में कवियों को भी जानने का मौका मिला.