गढ़वा: जिला आपूर्ति विभाग ने अब तक महज 25 प्रतिशत ही धान खरीदने का लक्ष्य हासिल किया है. झारखंड सरकार के आपूर्ति विभाग ने इस वर्ष गढ़वा जिले को दो लाख क्विंटल धान खरीदने का का लक्ष्य दिया है, जो अबतक लक्ष्य के काफी पीछे है. वहीं किसान भी ज्यादा कीमत नहीं मिलने से धान को गांव में ही औने पौने दाम में बेचने की बात कह रहे हैं.
सरकारी धान क्रय केंद्र खुलने से किसानों में खुशी और नाराजगी
गढ़वा जिले में कुल 51 पैक्स केंद्रों पर आपूर्ति विभाग किसानों से धान खरीद रहा है. एक पैक्स पर एक हजार क्विंटल से ज्यादा धान लेने पर पाबंदी है, जबकि एक किसान को 200 क्विंटल तक ही धान बेचने की अनुमति है. सदर प्रखंड के छतरपुर पंचायत में खुले पैक्स पर किसान अपने-अपने धान बेच रहे हैं. सरकार के इस फैसले से किसानों में एक तरफ खुशी है तो वहीं दूसरी तरफ किसान 3300 रुपए मूल्य नहीं देने से नाराज भी हैं.
विभाग को लक्ष्य पूरा कर लेने का है भरोसा
इस संबंध में जिला आपूर्ति पदाधिकारी रामगोपाल पांडेय ने कहा कि सरकार ने इस वर्ष दो लाख क्विंटल का लक्ष्य दिया है. गढ़वा में अभी तक 56 हजार क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है. इस वर्ष धान की पैदावार अच्छी हुई है. ऐसे में उम्मीद है की विभाग इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे.
पैक्स केंद्रों पर एक हजार क्विंटल का पाबंदी, किसानों को कर रहा है परेशान
देखा जाए तो सरकार द्वारा यह पाबंदी लगाई गयी है कि कोई भी पैक्स केंद्र जब एक हजार क्विंटल धान की खरीदारी कर लेगा तो उसके ऑनलाइन सिस्टम को बंद कर दिया जाएगा. उसके बाद दोबारा सिस्टम तब चालू किया जाएगा, जब उस केंद्र से मिलिंग के लिए मिलर उस धान का उठाव कर लेंगे. बता दें कि गढ़वा जिले के लिए मात्र दो ही मिलर हैं. इस परिस्थिति में धान उठाव में विलंब हो रहा है, जिसके चलते अगला लॉट खुलने के लिए किसानों को इंतजार करना पड़ रहा है.
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