रांची: राज्य के सरकारी स्कूलों के छात्र मूलभूत सुविधा की कमी के बावजूद इनोवेटिव आइडिया देने के मामले में देशभर में चौथे स्थान पर है. झारखंड के 38 हजार 273 छात्रों ने इंस्पायर अवार्ड के माध्यम से अपने वैज्ञानिक प्रतिभा को मंच देने की तैयारी में है. इसमें रांची जिला के 4 हजार 453 विद्यार्थी शामिल हैं.
प्रदेश के विद्यार्थी बेहतर
सरकार की ओर से मॉडल तैयार करने के लिए एक निश्चित राशि विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जाती है. 10-10 हजार भारत सरकार की ओर से छात्रों के सीधे खाते में डाला जाता है. इस वर्ष भी कोविड-19 के बावजूद प्रदेश के विद्यार्थी बेहतर है. पूरे देश में राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और झारखंड के छात्र सबसे आगे हैं. झारखंड चौथे पायदान पर है, जबकि पिछले वर्ष झारखंड की स्थिति काफी खराब थी. छात्रों की ओर से बनाए गए मॉडल और प्रस्ताव को पहले सिलेक्ट किया जाता है. उसके बाद उनके खाते में प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए रुपए भेजे जाते हैं. झारखंड के पलामू जिले में सबसे अधिक 5 हजार 042 छात्रों ने अपने प्रोजेक्ट के लिए प्रस्ताव तैयार किया है.
ज्यूरी मेंबर करते है सिलेक्ट
ज्यूरी मेंबर स्कूली छात्रों की ओर से दिए गए इनोवेटिव आइडिया को सिलेक्ट करते हैं. इसके बाद चयनित छात्रों की सूची जारी की जाएगी. सूची के आधार पर 10 हजार रुपये उनके खाते में डाल दिए जाएंगे और इसके बाद प्रोजेक्ट बनाकर एक प्रदर्शनी लगाई जाएगी. ऐसा पहली बार हुआ है, जब एक साथ इतने सारे बच्चों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है. यही नहीं पिछले 3 वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें, तो इस बार 3 साल की कुल संख्या को जोड़ें भी तो इस वर्ष सर्वाधिक 38 हजार से अधिक छात्रों ने अपनी भागीदारी बढ़ाई है. राज्य स्तरीय चयन के बाद राष्ट्रीय स्तर पर विद्यार्थियों का चयन होगा. फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छात्र को प्रोजेक्ट पेश करने का अवसर मिलेगा.
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झारखंड के लिए बड़ी उपलब्धि
दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के शिक्षा उप निदेशक अरविंद विजय बिलुंग ने जानकारी देते हुए कहा है कि पिछले वर्ष जिले से 69 छात्रों का प्रोजेक्ट के लिए चयन हुआ था. लेकिन इस बार छात्रों की रुचि और भागीदारी को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि अधिक से अधिक छात्रों का चयन होगा. जो राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी.
लगातार जारी बैठक
इस स्कीम को लेकर लगातार बैठक की जा रही है. इसी कड़ी में मंगलवार को भी राज्य स्तरीय एक बैठक वेबीनार के जरिए आयोजित की गई. इस दौरान प्रोजेक्ट और प्रस्तावों को लेकर संबंधित अधिकारियों ने कई दिशा निर्देश भी दिया है.